Editing by shivam sinha
भोजपुर -दीवारों पर मिले खून के निशान:भोजपुर में बदमाशों ने तड़पा-तड़पाकर मारा; रिटायर प्रोफेसर दंपती की हत्या
भोजपुर में रिटायर्ड प्रोफेसर दंपती की हत्या कर दी गई। अपराधियों ने घर में घुसकर हथियार से दोनों की हत्या की है। मर्डर कब हुआ यह पता लगाने में पुलिस जुटी है।
रविवार रात से ही दोनों का फोन बंद था। सोमवार की रात परिजन घर पहुंचे। दोनों का शव देख पुलिस को इसकी सूचना दी। दीवार पर बहुत सारे जगह खून के धब्बे मिले। मामला कतीरा मोहल्ले का है।
एसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि पटना से FSL की टीम भी बुलाई गई है। जमे हुए खून को देखकर लग रहा है कि हत्या करीब आधि रात को हुई है। FSL की टीम की जांच के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
घटना की सूचना मिलते हैं भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार, एएसपी हिमांशु , नवादा थाना के प्रभारी इंचार्ज सुरेश रविदास सहित कई थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।
कमरे की दीवारों पर मिले खून के धब्बे को देखने से ऐसा प्रतीत होता है कि जब बदमाश उन्हें मार रहे थे, तब उन्होंने खुद को बचाने की कोशिश की होगी। बहुत ही तड़पा-तड़पाकर अपराधियों ने दोनों की निर्मम हत्या की है।
मृतकों में नवादा थाना क्षेत्र के कतीरा स्थित वीर कुंवर सिंह कॉलोनी निवासी स्व. रामबालक सिंह के 67 वर्षीय पुत्र डॉ. महेंद्र प्रसाद सिंह एवं उनकी 65 वर्षीया पत्नी पुष्पा सिंह शामिल हैं। वह दोनों पेशे से प्रोफेसर थे।
इसमें डॉ. महेंद्र प्रसाद सिंह वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय से प्रोफेसर के पद से रिटायर हुए थे। जबकि उनकी पत्नी पुष्पा सिंह आरा के महिला कॉलेज से प्रोफेसर के पद से रिटायर हुई थी।
डॉ. महेंद्र प्रसाद सिंह 1980 में भाजपा के युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी थे। 1985 में विधानसभा चुनाव में रोहतास के काराकाट विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के विधानसभा प्रत्याशी भी थे। साथ ही वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में छात्र कल्याण अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
वहीं दूसरी ओर एसपी प्रमोद कुमार ने पटना से FSL की टीम भी बुलाई है। जिसके कारण कमरे और जिस बिल्डिंग में घटना हुई है उन्हें FSL की टीम के आने तक सील कर दिया गया है। FSL की टीम आने और जांच कर लेने के बाद ही शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा जाएगा।
मृतक के छोटे भाई की हीरा जी सिंह ने बताया कि उनसे अंतिम बार 26 तारीख को बात हुई थी और वह उनके घर पर भी आए थे। इसके बाद उनसे कोई बात नहीं हुई। सोमवार की शाम उनकी बेटी ने और उनके बड़े भाई जो टाटा में रहते हैं, ने फोन कर सूचना दीजिए हम लोगों ने उनके मोबाइल पर रविवार रात से ही काफी फोन किया। लेकिन फोन नहीं लग रहा है।
जिसके बाद उन्होंने कहा कि ठीक है मैं उनके घर पर जाकर देखता हूं। जब वह घर पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि वहां पुलिस पहुंची है। तब जाकर उन्हें पता चला कि उनके भाभी और भइया की हत्या कर दी गई है।
मृतक के छोटे भाई हीरा जी सिंह ने पूरे आरा शहर में किसी भी आदमी से उनके किसी भी विवाद या दुश्मनी की बातों से साफ इनकार किया है। रिटायर प्रोफेसर दंपती की हत्या किसने और क्यों की इसका कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।
जबकि पुलिस अपने स्तर से मामले की छानबीन कर रही है। वही भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि रिटायर्ड प्रोफेसर दंपती की हत्या किसी चीज से उन्हें हिट कर की गई है।
बॉडी देखने से ऐसा लगता है कि हत्या आधी रात् की गई है। लेकिन यह अनुसंधान का विषय है,अनुसंधान के बाद है कुछ कहा जा सकता है। उन्होंने बताया कि दोनों दंपती प्रोफेसर रह चुके थे और इन्हें सिर्फ तीन लड़कियां हैं जो शादीशुदा है और वह तीनों बाहर रहती हैं।
दोनों दंपती अपने अपार्टमैंट से मिले किराए के पैसे से अपना भरण-पोषण करते थे। आसपास लोगो एवं पड़ोसियों से पूछताछ करने के उपरांत यही पता चल पाया है कि इन लोगों का व्यवहार काफी सरल था।
इनकी किसी भी आदमी से किसी प्रकार का कोई दुश्मनी या विवाद नहीं था। लेकिन पुलिस अपने स्तर से जांच भी कर रही है। दोनों दंपती की मौत कैसे हुई है यह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही क्लियर हो पाएगा
जबकि प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक रिटायर प्रोफेसर डॉ.महेंद्र प्रसाद सिंह ने रविवार की दोपहर करीब एक बजे अपने अपार्टमेंट के नीचे रहे मेडिकल स्टोर में फोन कर दवाई मंगाने के लिए आर्डर भी दिया था। बताया जाता है कि मृतक प्रोफेसर अपने तीन भाइयों में दूसरे स्थान पर थे।
मृतक दंपती की तीन बेटियां रक्षिता सिंह,अर्शिता सिंह एवं अंकिता सिंह है। इनमें दो बेटी महाराष्ट्र के पुणे एवं एक बेटी उत्तर प्रदेश के लखनऊ में रहती है। घटना के बाद मृतकों के घर में हाहाकार मच गया है। घटी इस घटना के बाद मृतकों के परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है।