भागलपुर: केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के भाई निर्मल चौबे की इलाज के दौरान मौत हो गई.
![]() |
केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के भाई निर्मल चौबे |
जिले के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बीते तीन दिनों से उनका इलाज चल रहा था. वहीं, मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया. दरअसल, आईसीयू वार्ड में भर्ती सेना से रिटायर्ड जवान निर्मल चौबे की इलाज के दौरान शुक्रवार की शाम मौत हो गई. वहीं, हंगामा को देखते हुए अस्पताल अधीक्षक डॉ. असीम दास ने दो डॉक्टरों को निलंबित कर दिया है.
परिजनों ने लगाया आरोपपरिजनों ने आरोप लगाया कि अस्पताल में अधीक्षक, सीनियर और जूनियर डॉक्टर के नहीं होने की वजह से इलाज में लापरवाही बरती गई है जिसके वजह से निर्मल चौबे की मौत हुई है. इसको लेकर मृतक के परिजनों ने करीब दो घंटे से अस्पताल में जमकर हंगामा कर रहे हैं. हालांकि घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंचकर मामले की छानबीन में जुट गई है और आक्रोशित लोगों को शांत कराने की प्रयास कर रही है.
'अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं था'
मृतक के परिजन चंदन ठाकुर ने कहा अस्पताल की लापरवाही की वजह से मेरे चाचा की मृत्यु हुई है, जिस समय उनकी मृत्यु हुई है अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं था. इस दौरान अस्पताल अधीक्षक भी नहीं थे. इसकी जांच सीसीटीवी कैमरे से भी कराया जा सकता है.
इस मामले को लेकर भागलपुर के सिटी डीएसपी अजय कुमार चौधरी ने कहा इस पर जो भी कानूनी प्रक्रिया होगी, उसके तहत कार्रवाई की जाएगी. प्रदर्शनकारियों को शांत रहने की जरूरत है. वहीं, अस्पताल अधीक्षक डॉ. असीम दास ने कहा कि जब अस्पताल में हंगामा होने लगा तो मुझे इसकी सूचना मिली. इसके बाद मैंने डॉक्टरों से संपर्क किया. इस मामले को लेकर दो डॉक्टर को निलंबित भी कर दिया गया है.