नवादा, 16 मार्च केंद्र सरकार के प्रायोजित मनरेगा योजना में एक शिक्षक का नाम आया वैसे तो शिक्षक का कहना है की हमारे नाम पर मनरेगा जॉब कार्ड कैसे बना| बिहार के नवादा जिले के सिरदला प्रखंड में ऐसा फर्जीवाड़ा किया जा रहा है कि यह जानकर पूरे देशभर के लोग आश्चर्यचकित होंगे। यहां सरकारी शिक्षक के नाम पर जॉब कार्ड बनवा कर फर्जीवाड़ा किए रहे हैं। घटना के संबंध में सरकारी शिक्षक के पद पर कार्यरत सिरदला प्रखंड के ऊपरडीह पंचायत के अहियापुर निवासी तथा मध्य विद्यालय सिरदला में पदस्थापितनिवासी तथा मध्य विद्यालय सिरदला में पदस्थापित शिक्षक नरेश प्रसाद ने बताया कि बिना मेरी सहमति के प्रखंड के मनरेगा कर्मी एवं हमारे पंचायत के मुखिया हमारे नाम से मनरेगा का जॉब कार्ड बनवा लिया है। मैं पिछले 20 वर्षों से शिक्षक के पद पर कार्यरत हूं। मेरा जॉब कार्ड संख्या BH- 08-003 009- 04336610/3358 निर्गत करवा कर पीआरएस धर्मेंद्र कुमार एवं उपरडीह पंचायत के मुखिया के द्वारा फर्जी तरीके से घोटाला किया जा रहा है। इन घोटालेबाजों के द्वारा मेरे निजी जमीन पर मनरेगा के तहत वृक्षारोपण भी करवाया गया था। जिसका वर्क कोड -0508003009आई एफ / 20614871 जिसका प्राक्लित राशि ₹259000 है। इस तरह से मनरेगा माफिया मनमानी कर रहा है कि हमारे पंचायत में बिना काम करवाएं कई योजनाओं की राशि भी निकाल ली गई है।
इस संबंध में शिक्षक ने उप विकास आयुक्त को पत्र लिखकर यह मांग किया है कि हमारे बिना स्वीकारोक्ति के हमारा मनरेगा में जॉब कार्ड कैसे बना और योजना में आए हुए पैसे को बिना मेरी अनुमति के कैसे निकाला गया। आखिर इतना बड़ा फर्जीवाड़ा किसके सहमति से किया जा रहा है। वरीय अधिकारी इस मामले को जांच करें और घोटालेबाजों पर त्वरित कार्रवाई करें। बहरहाल शिक्षक काफी परेशान है। इस मामले में समाजसेवियों ने मनरेगा कर्मी तथा मुखिया के विरुद्ध शीघ्र प्राथमिकी दर्ज कर गिरफ्तार करने की मांग की है।