बिहार के गया जिला के बोध गया प्रखंड में गलत जाति प्रमाण पत्र बनवाकर प्रमुख बनना पड़ा महंगा
पंचायती राज विभाग ने प्रमुख को पद से हटा दिया, निर्वाचन पदाधिकारी को भेजा गया पत्र|
गलत जाति प्रमाण पत्र बनवाना महंगा पड़ गया है। प्रखंड प्रमुख माया देवी को पद से हटा दिया गया है। बोध गया प्रखंड़ पंचायत समिति प्रमुख को पद से हटा दिए गए हैं।
खाली पद पर चुनाव कराने की अनुशंसा जताई गई है। पंचायती राज विभाग ने यह अनुशंसा जताई है की। विभाग ने गया जिला निर्वाचन पदाधिकारी को पत्र लिखा है। और साथ ही फर्जी जाति प्रमाण पत्र भी जारी करने वाले अफसर और कर्मचारी पर कारवाई करने को लेकर भी लिखा गया है।
दरअसल,पंचायती राज विभाग के प्रमुख माया देवी के बारे मे शिकायत मिली थी कि यह गलत जाति प्रमाण पत्र के साथ चुनाव लड़ी। और चुनाव जीती। पंचायती राज विभाग ने शिकायत को जांच की। जांच करने पर पता चला की जाति प्रमाण पत्र गलत है । इसके बाद विभाग ने उनका निर्वाचन को रद्द कर दिया। और प्रमुख पद से हटा दिया गया।
बोध गया के रहने वाली गुड़िया देवी ने आरोप लगाया गया था कि माया देवी ने गलत जाति प्रमाण पत्र बनवाकर आरक्षण का लाभ लिया और प्रमुख पद के लिए जीत हासिल की
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने 30 जून को सुनवाई की। सुनवाई के बाद आदेश दिया गया और वादी के स्तर से माया देवी के विरुद्ध लगाऐ गए आरोप को सही पाते हुये उन्हें तत्काल प्रमुख पद से हटा दिया गया। साथ ही प्रमुख, पंचायत समिति बोध गया के पद को रिक्त मानते हुये नियमानुसार इस पद के लिए निर्वाचन सम्पन्न कराने एवं प्रतिवादी के विरूद्ध आपराधिक मुकदमा दर्ज करने तथा दोषी पदाधिकारी एवं कर्मचारी के विरूद्ध विभागीय कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया गया।
इसके बाद अब पंचायती राज विभाग ने गया जिलाधिकारी को माया देवी के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर कार्रवाई करने का आदेश दिया है। यहीं नहीं जाली जाति प्रमाण पत्र जारी करने वालो दोषी पदाधिकारियों और कर्मचारियों के विरूद्ध विभागीय कार्रवाई आरंभ की जाए।