मुंगेर, बिहार: मुंगेर जिले के लाल दरवाजा इलाके में हुई दुखद घटना में चार बच्चे गंगा घाट किनारे के तालाब में डूबकर जान गंवा दिये हैं।
इन बच्चों की उम्र 10 से 13 साल के बीच है और उनमें से एक बच्चा आकाश कुमार, जो केवल 11 साल का था, तीनों बहनों के बीच अकेला भाई था। घटना का समय शुक्रवार के शाम का था, जब चार दोस्त नहाने के लिए गंगा घाट के किनारे बने तालाब में गए थे। लेकिन वह लौटने में देरी हो गई और उनकी कमजोरी के चलते वे डूब गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों की मदद से बच्चों की तलाश शुरू की और काफी मशक्कत के बाद इन बच्चों के शव निकाले गए। उनके परिजनों ने उन्हें सदर अस्पताल ले जाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस दुखद घटना के बाद, गांव में मातमी सन्नाटा छा गया है और परिजनों का दर्द अत्यंत दुःखद है।
बच्चों के परिजनों के अनुसार, इन चार दोस्तों के नाम थे आकाश कुमार, शिवम कुमार, अर्णव कुमार, और दिलखुश। इनकी आयु 10 से 13 साल के बीच थी, और ये सभी लाल दरवाजा इलाके के रहने वाले थे और अच्छे दोस्त भी थे। इन बच्चों में से आकाश कुमार तीन बहनों में अकेला भाई था। गांव के स्थानीय रवि कुमार ने बताया कि ये बच्चे लाल दरवाजा इलाके के ही रहने वाले थे और वे शाम के समय गंगा घाट के किनारे बने तालाब में नहाने गए थे। परंतु वे लौटने में देरी हो गई और उनकी कमजोरी के चलते वे डूब गए। गांव के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद गोताखोरों की मदद से बच्चों की तलाश शुरू हो गई और काफी मशक्कत के बाद पहले तीन बच्चों के शव निकाले गए। उनके परिजनों ने उन्हें सदर अस्पताल ले जाया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बाद में, चौथे बच्चे का भी शव निकाला गया।
कोतवाली थाना अध्यक्ष डीके पांडे ने बताया कि स्थानीय लोगों के जरिए बच्चों के डूबने की सूचना मिली थी, जिसके बाद गोताखोरों की मदद से सभी बच्चों के शव पोखर से निकाले गए। ये बच्चे एक ही गांव के रहने वाले थे। इस दुखद घटना ने पूरे गांव में शोक की लहर उत्पन्न कर दी है और परिजनों के दर्द को देखकर हर कोई दुखी है। इस हादसे ने एक बार फिर यह स्वीकार दिलाया है कि स्वच्छता और सुरक्षा की महत्वता को समझाना और उनका पालन करना हमारे जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।