बिहार आरा न्यूज़ - मुखिया-सचिव द्वारा किए गए 21 लाख रुपये के गबन के मामले में भोजपुर जिले के आरा सदर प्रखंड क्षेत्र के महुली पंचायत के मुखिया और सचिव के खिलाफ FIR दर्ज होने के बाद, विभागीय जांच की प्रक्रिया शुरू हुई है। गबन के मामले में जांच के बाद, जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी विधु भूषण चौधरी ने तत्कालीन मुखिया फागु सिंह और सचिव शिवजी प्रसाद सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया है।
इस मामले में सुनवाई के दौरान प्रकट हुआ कि छह बड़े नलकूपों में से केवल दो का कार्य किया गया था, जिसकी राशि 31.45 लाख रुपये थी, लेकिन बाकी के चार नलकूपों के लिए लगभग 21 लाख रुपये का गबन किया गया था। इस गबन के पीछे का सचाई उजागर होते ही, मुखिया राम तपस्या सिंह और सचिव शिवजी प्रसाद सिंह के खिलाफ कानूनी कदम उठाए जा रहे हैं।
जांच में पता चला कि 21 लाख रुपये की राशि निवर्तमान मुखिया राम तपस्या सिंह की एजेंसी तपस्या सप्लाई वर्क के खाते में अवैध रूप से भेज दी गई थी, जिसके परिणामस्वरूप यह राशि गायब हो गई है। इस प्रकार के घोटाले की शिकायत महुली गांव के दीपनारायण सिंह ने की थी और इस पर लघु सिंचाई विभाग की जांच हुई।
इसके अलावा, तत्कालीन पंचायत सचिव शिवजी प्रसाद सिंह के खिलाफ भी कानूनी एवं अनुशासनिक कार्रवाई की जा रही है, क्योंकि उन्होंने बिना माफी पुस्तिका के एक बार में सभी छह योजनाओं की राशि कैसे भेज दी गई, जो पूरी तरह से गलत था। जांच में इस खुलासे के बाद, उन पर भी कानूनी कदम उठाए जा रहे हैं।
यह गतिविधियाँ भोजपुर जिले के कई प्रखंडों में हो रहे नल जल और गली-गली योजना के तहत घोटालों की एक सीरीज का हिस्सा है, जिसमें करोड़ों रुपये की राशि वर्तमान प्रतिनिधियों द्वारा डकार ली गई है। इस पर अब राशि वसूली और अन्य कार्रवाई की प्रक्रिया भी शुरू हो रही है।