बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घोषणा की है कि 18219 आंगनवाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं को वापस बहाल किया गया।
उन्होंने इसमें मानदेय में वृद्धि का भरोसा दिलाया और आंगनवाड़ी सेविकाओं के साथ मुलाकात करते हुए उनकी समस्याओं को सुना। मुख्यमंत्री ने इस नई पहल को चुनावी साल में एक तरह का तोहफा बताया है।
आंगनवाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं के मानदेय में समय-समय पर वृद्धि हो रही है और मुख्यमंत्री ने उनकी मांगों को ध्यान में रखते हुए उन्हें सम्मानजनक वृद्धि की जाएगी का आश्वासन दिया है। इसके साथ ही, जिन सेविकाओं और सहायिकाओं को पिछले समय में एकमुश्त चयनमुक्त कर दिया गया था, उनकी वापसी का भी आश्वासन मिला है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह नई पहल को बिहार में नौकरियों की बहार का हिस्सा बताया है, जिसमें शिक्षकों की भर्ती से लेकर मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को भी सीधे नियुक्ति पत्र मिल रहा है। इससे बिहार के लोगों को नौकरी के अवसर मिल रहे हैं और राज्य की सामाजिक सेवाओं में सुधार हो रहा है।
इस अवसर पर आयोजित शिष्टाचार मुलाकात में मुख्यमंत्री के साथ विभिन्न मंत्री, प्रधान सचिव, और अन्य सरकारी अधिकारी मौजूद थे। इस मुलाकात में आंगनवाड़ी सेविकाएं और सहायिकाएं ने अपनी समस्याओं को मुख्यमंत्री के सामने रखा और मुख्यमंत्री ने उनकी बातें सुनीं और उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर ध्यान दिया जाएगा।
इस पहल के माध्यम से नौकरियों में बढ़ोतरी और सामाजिक सेवाओं में सुधार का संकेत है, जिससे बिहार के लोगों को सकारात्मक रूप से प्रभावित होने की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि आंगनवाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं की मानदेय में वृद्धि की जाएगी, जो सेवा के महत्वपूर्ण क्षेत्र में काम कर रहीं हैं। इससे इन सेविकाओं को उनके समर्पण और कठिनाईयों के बावजूद सम्मान मिलेगा।
इस पहल से निर्धारित संख्या में आंगनवाड़ी सेविकाएं और सहायिकाएं पुनः भर्ती की गई, जो पिछले समय में चयनमुक्त कर दी गई थीं। इससे नौकरियों की बढ़ोतरी के साथ-साथ समाज के सबसे आवश्यक क्षेत्रों में अधिक सेवाएं प्रदान करने का भी प्रयास किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री के इस कदम से राज्य की सामाजिक सेवाओं को मजबूती मिलेगी और यह एक सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आंगनवाड़ी सेविकाएं और सहायिकाएं समाज के सबसे निर्धारित वर्गों की सेवा कर रहीं हैं, और उन्हें उच्च मानकों में मान्यता प्राप्त करना उचित है।
इस पहल के साथ, राज्य में नौकरियों की बहार का अभास हो रहा है, जिससे युवा और बेरोजगारों को सूचना और शिक्षा के क्षेत्र में अधिक रुचि उत्पन्न हो रही है। इससे राज्य का विकास सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से भी सुनिश्चित हो सकता है।
मुख्यमंत्री ने आंगनवाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं से मुलाकात करते हुए उनके योजनाओं और कार्यों के प्रति समर्पण का समर्थन भी किया है। उन्होंने यह सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है कि इस तरह की योजनाएं आंगनवाड़ी सेवाओं को मजबूती प्रदान करेंगी और राज्य के सामाजिक सेवाओं को सुधारेंगी।
इस मौके पर विभिन्न मंत्री, प्रधान सचिव, और अन्य सरकारी अधिकारी भी मौजूद थे, जिन्होंने इस पहल का समर्थन किया और सामाजिक सेवाओं के क्षेत्र में सुधार की दिशा में एकजुटता का संकेत दिया।
आंगनवाड़ी सेविकाएं और सहायिकाएं, जो सामाजिक न्याय और सेवाओं के माध्यम से समाज के सबसे जरूरतमंद वर्गों की सेवा कर रहीं हैं, इस पहल से सम्मान और समर्थन प्राप्त करेंगी, जो उनके सामर्थ्य को और बढ़ाएगा।
इस सभी के साथ, बिहार में सरकारी नौकरियों की बढ़ोतरी, युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों का बढ़ना और सामाजिक सेवाओं में सुधार बिहार को समृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
S BIHAR NEWS 12
चीफ एडिटर/डायरेक्टर - राकेश कुमार