बिहार के नवादा में शराब तस्करी का पर्दाफाश: महिला तस्कर गिरफ्तार
**परिचय:**
बिहार के नवादा जिले में मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग की टीम ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई को अंजाम देते हुए अंतरराज्यीय सीमा पर स्थित रजौली चेकपोस्ट पर एक बस की तलाशी के दौरान एक महिला तस्कर को विदेशी शराब और बीयर के साथ गिरफ्तार किया है। इस घटना ने एक बार फिर से मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग की तत्परता और सख्ती को उजागर किया है।
**घटना का विवरण:**
मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग को यह सूचना मिली थी कि महिला तस्करों का एक गिरोह बस के माध्यम से शराब की तस्करी कर रहा है। इस सूचना पर तुरंत संज्ञान लेते हुए अधीक्षक मद्य निषेध अरुण कुमार मिश्रा ने आदेश दिया कि संबंधित बसों की सख्ती से जांच और सघन तलाशी की जाए।
**जांच अभियान:**
अरुण कुमार मिश्रा के निर्देश पर एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया। इस टीम ने झारखंड से आ रही श्री सियाराम रथ नामक बस, जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर बीआर 27 बी 4615 था, को रजौली चेकपोस्ट पर रोककर सघन तलाशी शुरू की। यह बस कोडरमा से बिहारशरीफ जा रही थी।
**गिरफ्तारी:**
तलाशी के दौरान, जांच टीम को एक महिला संदिग्ध स्थिति में मिली। जब उसकी तलाशी ली गई, तो उसके पास से शराब की बोतलें और बीयर बरामद हुई। इस महिला की पहचान रुबी खातून के रूप में की गई, जो नालंदा जिले के बिहारशरीफ थाने के छज्जू मोहल्ले के मोहम्मद इरफान की पत्नी बताई जाती है। रुबी खातून के पास से कुल 30 बोतल विदेशी शराब बरामद की गई, जिसमें रॉयल स्टैग व्हिस्की के 750 एमएल के 6 बोतल और गॉडफादर बीयर के 500 एमएल के 24 बोतल शामिल थे। इसकी कुल मात्रा 16.5 लीटर आंकी गई।
**पूछताछ और स्वीकारोक्ति:**
पूछताछ के दौरान रुबी खातून ने स्वीकार किया कि वह कोडरमा से शराब लेकर बिहारशरीफ जा रही थी। यह खुलासा होने के बाद मद्य निषेध विभाग ने यह सुनिश्चित किया कि इस मामले में शामिल सभी लोगों की पहचान की जाए और उन्हें गिरफ्तार किया जाए।
**टीम की कार्यवाही:**
इस महत्वपूर्ण छापेमारी और तलाशी अभियान का नेतृत्व अवर निरीक्षक मद्य निषेध, पिंटू कुमार ने किया। उनके साथ सहायक अवर निरीक्षक राकेश कुमार और महिला कांस्टेबल जिज्ञासा कुमारी भी शामिल थे। इस टीम की सतर्कता और कुशलता ने इस बड़ी सफलता को संभव बनाया।
**स्थानीय पुलिस की प्रतिक्रिया:**
स्थानीय पुलिस ने इस कार्रवाई की सराहना की और यह भी कहा कि शराब तस्करों के खिलाफ उनकी मुहिम निरंतर जारी रहेगी। स्थानीय पुलिस द्वारा शराब तस्करों के खिलाफ लगातार छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है, जिससे इस प्रकार की गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सके।
**असर और प्रतिक्रिया:**
इस घटना के बाद, स्थानीय समुदाय में एक सकारात्मक संदेश गया है कि कानून प्रवर्तन एजेंसियां सक्रिय रूप से शराब तस्करी जैसे अपराधों के खिलाफ कार्रवाई कर रही हैं। स्थानीय लोगों ने भी इस कार्रवाई की सराहना की और उम्मीद जताई कि इस प्रकार की कार्रवाईयां भविष्य में भी जारी रहेंगी।
**आगे की योजना:**
मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग और स्थानीय पुलिस ने इस सफलता के बाद तस्करों के गिरोह को पूरी तरह से खत्म करने की योजना बनाई है। इसके तहत सभी संदिग्ध बसों और वाहनों की नियमित जांच की जाएगी और अंतरराज्यीय सीमाओं पर सुरक्षा को और कड़ा किया जाएगा।
इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग और स्थानीय पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से शराब तस्करी जैसे गंभीर अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सकता है। इस प्रकार की घटनाएं यह भी दर्शाती हैं कि अगर सही दिशा और समर्पण के साथ काम किया जाए तो बड़ी से बड़ी चुनौतियों का सामना सफलतापूर्वक किया जा सकता है।
इस घटना ने न केवल मद्य निषेध विभाग की कुशलता और तत्परता को उजागर किया है, बल्कि स्थानीय समुदाय को भी यह भरोसा दिलाया है कि उनकी सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सरकार और संबंधित विभाग तत्पर हैं। भविष्य में भी इस प्रकार की सतर्कता और कार्यवाही जारी रहने की उम्मीद की जाती है, जिससे समाज में कानून का सम्मान और विश्वास बना रहे