पटना में स्कूल के नाले में बच्चे का शव मिलने से हड़कंप, स्थानीय लोगों का प्रदर्शनपटना के दीघा थाना क्षेत्र में स्कूल में बच्चे का शव मिलने से हड़कंप
पटना, 17 मई 2024: पटना के दीघा थाना क्षेत्र के रामजी चक स्थित टिनी टोट एकेडमी स्कूल में एक 7 वर्षीय बच्चे का शव नाले में मिलने से शहर में सनसनी फैल गई है। मृतक की पहचान आयुष के रूप में हुई है, जो पाल्सन रोड का निवासी था। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने भारी प्रदर्शन किया और दीघा आशियाना मोड़ और दीघा रामजी चक, बाटा पेट्रोल पम्प दानापुर गांधी मैदान मार्ग को जाम कर दिया।
घटना का विवरण
गुरुवार, 16 मई 2024 को आयुष टिनी टोट एकेडमी स्कूल में अपनी कक्षाओं में उपस्थित था। कक्षाओं के बाद वह वहीं ट्यूशन पढ़ता था। शाम तक घर न लौटने पर उसके परिवार ने उसकी खोजबीन शुरू की। काफी खोजबीन के बाद, परिवार ने आयुष का शव स्कूल के नाले में पाया। शव मिलते ही इलाके में हड़कंप मच गया और स्थानीय लोगों ने स्कूल परिसर में तोड़फोड़ और आगजनी शुरू कर दी।
प्रदर्शन और हिंसा
मृतक बच्चे के परिवार और स्थानीय लोगों ने स्कूल प्रशासन और सुरक्षा की लापरवाही का आरोप लगाते हुए सड़कों पर प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने दीघा आशियाना मोड़ और दीघा रामजी चक, बाटा पेट्रोल पम्प दानापुर गांधी मैदान मार्ग को जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने स्कूल की बिल्डिंग में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। आग ने तेजी से विकराल रूप ले लिया जिससे स्कूल को काफी नुकसान हुआ।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही भारी संख्या में पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बल प्रयोग किया और आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड को बुलाया। पुलिस ने घटना स्थल को घेर लिया और आस-पास के लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
स्थानीय प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और घटना की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की गई है। पटना के एसपी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
स्थानीय लोगों का आरोप
स्थानीय लोगों का आरोप है कि स्कूल प्रशासन ने सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए थे, जिससे आयुष की जान गई। वे स्कूल प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठा रहे हैं और कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि अगर स्कूल प्रशासन ने सुरक्षा के सही उपाय किए होते तो यह घटना नहीं होती।
जांच और न्याय की उम्मीद
इस दुखद घटना ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है। स्थानीय लोग इस घटना की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। प्रशासन ने भी आश्वासन दिया है कि मामले की गहन जांच की जाएगी और दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
शिक्षा और सुरक्षा पर सवाल
यह घटना एक बार फिर स्कूलों में सुरक्षा के मानकों पर सवाल खड़ा करती है। अभिभावकों की चिंता स्वाभाविक है कि वे अपने बच्चों को स्कूल भेजते समय उनकी सुरक्षा को लेकर आश्वस्त नहीं हो पा रहे हैं। इस घटना ने शिक्षा संस्थानों की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की जरूरत को रेखांकित किया है।
पटना में टिनी टोट एकेडमी स्कूल में घटित इस दर्दनाक घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। स्थानीय लोग और प्रशासन मिलकर इस घटना की सच्चाई को सामने लाने की कोशिश कर रहे हैं। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए शिक्षा संस्थानों में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की आवश्यकता है। प्रशासन की त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई से ही मृतक आयुष के परिवार को न्याय मिल सकेगा।
यह घटना न केवल पटना बल्कि पूरे देश में स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था पर नए सिरे से विचार करने की जरूरत को उजागर करती है। सभी संबंधित पक्षों को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में किसी भी बच्चे के साथ ऐसा न हो और स्कूल एक सुरक्षित स्थान बने रहें।