बिहार में न सरकार टिक रही न पुल: 13 साल में 8 बार सरकार बदली, एक महीने में 15 ब्रिज धराशायी।
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टूटा हुआ पुल |
1. अररिया (18 जून 2024)
18 जून को अररिया के सिकटी में पुल गिरने की घटना ने राज्य में हड़कंप मचा दिया। इस पुल का निर्माण हाल ही में हुआ था, लेकिन इसके बावजूद यह हादसा हुआ। इससे राज्य में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो गए हैं।
2. सीवान (22 जून 2024)
इसके बाद 22 जून को सीवान जिले में गंडकी नदी का पुल धराशायी हो गया। यह पुल भी नई तकनीक और उच्च गुणवत्ता की सामग्री से बना हुआ बताया जा रहा था, लेकिन इसके गिरने से सरकार और प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए हैं।
3. मोतिहारी (23 जून 2024)
23 जून को मोतिहारी के घोड़ासहन में एक निर्माणाधीन पुल गिर गया। इस घटना से निर्माण कंपनियों और सरकारी अधिकारियों के बीच मिलीभगत का शक और गहरा हो गया है।
4. किशनगंज (27 जून 2024)
27 जून को किशनगंज में मरिया नदी का पुल गिरा। इस पुल के गिरने से आसपास के इलाके में आवागमन बाधित हो गया और लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
5. मधुबनी (28 जून 2024)
28 जून को मधुबनी में भुतही नदी पर निर्माणाधीन पुल गिर गया। इस घटना से निर्माण कार्यों की निगरानी और निरीक्षण की कमी उजागर हो गई है।
6. सिवान और सारण (3 जुलाई 2024)
3 जुलाई को सिवान और सारण के 5 छोटे-बड़े पुल एक साथ गिर गए। इन पुलों का निर्माण एक ही ठेकेदार के द्वारा किया गया था, जिससे उस पर भ्रष्टाचार और निम्न गुणवत्ता की सामग्री इस्तेमाल करने के आरोप लग रहे हैं।
7. गंडकी नदी (4 जुलाई 2024)
4 जुलाई को एक और पुल गंडकी नदी पर गिर गया। इस घटना ने सरकार और प्रशासन की लापरवाही को फिर से उजागर कर दिया।
8. गया (15 जुलाई 2024)
15 जुलाई को गया में गुलसकरी इत्यादि नदी का पुल गिर गया। इस पुल के गिरने से यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई और लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।