नवादा जिले के रूपौ गांव में दहेज विवाद: ससुराल में युवक की पिटाई
बिहार के नवादा जिले के रोह थाना क्षेत्र के रूपौ गांव में दहेज विवाद के चलते एक युवक की ससुराल में ही जमकर पिटाई की गई। जख्मी हालत में युवक को स्थानीय सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जख्मी युवक की पहचान मंजौर गांव के निवासी नरेश चौधरी के पुत्र राजेश चौधरी के रूप में हुई है। जख्मी राजेश चौधरी
राजेश चौधरी की शादी कुछ साल पहले रूपौ गांव की एक लड़की से हुई थी। शादी के बाद से ही राजेश के परिवार पर दहेज की मांग का दबाव था। दहेज के कारण पति-पत्नी के बीच विवाद बढ़ता गया और अंततः यह समस्या विकराल रूप धारण कर गई।
घटना का विवरण
राजेश के भाई पंकज कुमार ने बताया कि दहेज को लेकर विवाद निरंतर चल रहा था। राजेश ने विवाद को समाप्त करने के उद्देश्य से ससुराल जाकर दहेज का सारा सामान लौटाने का निर्णय लिया। वह अपने ससुराल गया और वहां दहेज का सामान वापस करने लगा।
ससुराल पक्ष के लोगों ने यह देखकर गुस्से में आकर राजेश के साथ मारपीट की। इसमें सास, ससुर और अन्य परिवार के लोग शामिल थे। मारपीट इतनी बेरहमी से की गई कि राजेश बुरी तरह जख्मी हो गया। परिवार के लोगों ने तत्काल उसे अस्पताल में भर्ती कराया।
अस्पताल में उपचार
राजेश चौधरी को नवादा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने बताया कि राजेश की हालत गंभीर है और उसे तत्काल उपचार की आवश्यकता है। उसके शरीर पर कई जगह चोट के निशान हैं और सिर में गहरी चोट लगी है। डॉक्टरों ने राजेश को कुछ दिन अस्पताल में रहने की सलाह दी है ताकि उसकी हालत में सुधार हो सके।
परिवार का बयान
राजेश के भाई पंकज कुमार ने बताया कि उनका परिवार दहेज विवाद से बहुत परेशान था। उन्होंने यह सोचकर दहेज का सामान लौटाया कि इससे विवाद खत्म हो जाएगा, लेकिन ससुराल वालों ने उल्टा उनके भाई के साथ मारपीट की। पंकज ने कहा, "हमारा उद्देश्य था कि दहेज का सामान वापस देकर विवाद खत्म किया जाए, लेकिन ससुराल पक्ष ने हमारे भाई को बुरी तरह पीटा। अब हम इस मामले में पुलिस में शिकायत करेंगे और कानूनी कार्रवाई की मांग करेंगे।"
पुलिस की भूमिका
फिलहाल इस मामले में पुलिस को कोई आवेदन नहीं दिया गया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन्हें घटना की जानकारी मिली है और वे मामले की जांच कर रहे हैं। जैसे ही पीड़ित परिवार की ओर से आवेदन प्राप्त होगा, उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
दहेज प्रथा पर समाज की प्रतिक्रिया
इस घटना ने एक बार फिर समाज में दहेज प्रथा के कुप्रभाव को उजागर किया है। दहेज के कारण न जाने कितने परिवार परेशान होते हैं और कितनी महिलाओं को अत्याचार सहना पड़ता है। सरकार और समाज को मिलकर इस प्रथा के खिलाफ सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि ऐसी घटनाएं भविष्य में न हो सकें।