ममता देवी हत्या मामला: पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया।
नवादा, 8 जुलाई 2024 – नवादा जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कादिरगंज रोड पर बीबीपुरा गांव के पास महिला ममता देवी की हत्या के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों में वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के दौलतपुर गांव निवासी स्वर्गीय भगवान सिंह का पुत्र राजेश प्रसाद, नगर थाना क्षेत्र के गोनावां निवासी चंद्रशेखर सिंह का पुत्र मनोज सिंह और उसका भांजा, गोनावां निवासी सुधीर सिंह का पुत्र रौशन कुमार उर्फ चिरकुट शामिल हैं। पुलिस ने उनके पास से एक रिवाल्वर, एक पिस्टल, दो जिन्दा कारतूस और दो बाइक भी बरामद की हैं।घटना की पृष्ठभूमि
एसपी अम्बरीष राहुल ने रविवार, 7 जुलाई को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि हत्याकांड के बाद सदर एस डी पी ओ-02 सुनील कुमार के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया था। जांच के दौरान तीनों आरोपियों की संलिप्तता पाई गई, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
हत्या की साजिश
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार राजेश, मृतका ममता का जेठ है, जिसने ही हत्या की साजिश रची थी। इस साजिश को अंजाम तक पहुंचाने में उसके दो साथी, मनोज और उसका भांजा रौशन उर्फ चिरकुट, ने उसकी मदद की। तीनों ने मिलकर महिला की गोली मारकर हत्या कर दी।
घटना का विवरण
घटना के दिन, राजेश अपनी भाभी ममता कुमारी को लेकर अपने गांव के लिए निकला। रास्ते में बीबीपुरा के पास उसने बाइक रोक दी, जहां पहले से मौजूद मनोज के साथ मिलकर उसने ममता पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं।
पुलिस को गुमराह करने की कोशिश
मृत महिला के जेठ राजेश ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की थी। घटना के बाद उसने पुलिस को बताया कि वह और ममता बाइक से न्यू एरिया नवादा से अपने गांव जा रहे थे, तभी पीछे से आए एक चौपहिया वाहन पर सवार 6-7 बदमाशों ने ओवरटेक कर बाइक रोककर ममता को गोली मार दी, जबकि वह वहां से जान बचाकर भाग निकला। राजेश ने बताया कि 3 जुलाई को उसके भाई की हत्या मामले में कोर्ट में ममता की गवाही होनी थी, जिसे लेकर ममता की हत्या कर दी गई।
हत्या का कारण
एसपी ने खुलासा किया कि पिछले कई सालों से चल रहे सात डिसमील जमीन के विवाद के कारण ममता की हत्या हुई। इससे पूर्व ममता के पति विवेकानंद और रिटायर क्लर्क उपेन्द्र सिंह की भी हत्या की जा चुकी है। जेल से जमानत पर कुछ आरोपियों के छूटने के बाद गांव में सामाजिक पहल के तहत समझौता हुआ था, जिसके तहत विवादित सात डिसमील जमीन ममता के नाम रजिस्ट्री करने का निर्णय लिया गया था।
जमीन की रजिस्ट्री और हत्या
29 जून 2024 को जमीन की रजिस्ट्री ममता के नाम कर दी गई, लेकिन ममता के जेठ राजेश को यह नागवार गुजरा और उसने अपने भाई की विधवा की हत्या करवा दी। एसपी ने बताया कि गिरफ्तार तीनों आरोपियों का पूर्व से आपराधिक इतिहास रहा है। रौशन उर्फ चिरकुट के खिलाफ नगर थाने में दो मामले दर्ज हैं, जबकि मनोज सिंह के खिलाफ आर्म्स एक्ट से जुड़ा मामला दर्ज है। वहीं, राजेश प्रसाद के खिलाफ डायन अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज है।
पुलिस की कार्रवाई
एसपी अम्बरीष राहुल ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और मामले की जांच जारी है। पुलिस ने आरोपियों के पास से हथियार और बाइक बरामद कर ली है, जो हत्या में इस्तेमाल किए गए थे।
ममता देवी की हत्या के मामले ने नवादा जिले को हिला कर रख दिया है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और आरोपियों की गिरफ्तारी से न्याय की उम्मीद जागी है। मामले की तहकीकात जारी है और उम्मीद है कि जल्द ही पूरे मामले का खुलासा हो जाएगा।
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि समाज में न्याय की आवश्यकता है और कानून का पालन करना अनिवार्य है। पुलिस प्रशासन ने अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया है और ममता देवी के परिवार को न्याय दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।