बिहार के नवादा जिला के टाउन क्षेत्र में स्थित नवादा स्टेडियम से लेकर गोवर्धन मंदिर तक की सड़क की बदहाल स्थिति।
बिहार के नवादा जिला के टाउन क्षेत्र में स्थित नवादा स्टेडियम से लेकर गोवर्धन मंदिर तक की सड़क की बदहाल स्थिति ने स्थानीय निवासियों और राहगीरों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इस महत्वपूर्ण सड़क पर गड्ढे और जलभराव की समस्या गंभीर रूप से बनी हुई है, जिससे आम जनता को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या के समाधान के लिए स्थानीय अधिकारियों द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाने से लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है।सड़क की स्थिति
नवादा स्टेडियम से गोवर्धन मंदिर तक की सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं, जो सड़क की स्थिति को बेहद खतरनाक बना देते हैं। हल्की बारिश होते ही यह सड़क पानी से भर जाती है, जिससे गड्ढे और भी ज्यादा खतरनाक हो जाते हैं। इस मार्ग पर वाहन चालकों को बहुत ही सावधानी से वाहन चलाना पड़ता है, क्योंकि गड्ढों में पानी भर जाने के कारण उनका आकार और गहराई समझ में नहीं आती ह
जलभराव की समस्या
हल्की सी बारिश के बाद ही नवादा स्टेडियम से गोवर्धन मंदिर वाली सड़क पर नाली का पानी और बारिश का पानी जमा हो जाता है। यह समस्या केवल बारिश के दिनों में ही नहीं होती, बल्कि सूखे मौसम में भी नाली का पानी सड़क पर जमा रहता है। जलभराव के कारण सड़क पर चलना मुश्किल हो जाता है और वाहनों के फिसलने का खतरा बढ़ जाता है।
स्थानीय निवासी इस समस्या से बेहद परेशान हैं। उन्होंने कई बार संबंधित अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला है। जलभराव की समस्या के कारण स्थानीय व्यापारियों को भी नुकसान हो रहा है। दुकानें और प्रतिष्ठान जलभराव के कारण ग्राहकों से खाली रहते हैं, जिससे व्यापार पर बुरा असर पड़ता है।
नवीन नगर से गोवर्धन मंदिर होते हुए स्टेडियम तक का मार्ग
नवीन नगर से गोवर्धन मंदिर होते हुए स्टेडियम तक का मार्ग भी खराब स्थिति में है। इस सड़क पर भी गड्ढे बने हुए हैं और नाली का पानी हमेशा जमा रहता है। इस मार्ग का उपयोग करने वाले लोग भी जलभराव और गड्ढों से परेशान हैं। सड़क पर नाली का पानी बहता रहता है, जिससे पैदल यात्रियों और वाहन चालकों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
स्थानीय निवासियों की समस्याएं
स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस सड़क पर जलभराव और गड्ढों की समस्या से दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। कई बार छोटे बच्चे और बुजुर्ग गड्ढों में गिरकर घायल हो जाते हैं। इसके अलावा, इस मार्ग पर सफर करने वाले वाहन चालकों को भी भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। बारिश के दिनों में सड़क की स्थिति और भी खराब हो जाती है और वाहनों का आवागमन लगभग असंभव हो जाता है।
स्वच्छता और स्वास्थ्य पर असर
सड़क पर जमा रहने वाले नाली के पानी से दुर्गंध फैलती है, जिससे स्वच्छता और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। इस जलभराव से मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है, जिससे डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा बना रहता है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस सड़क पर सफाई कर्मियों द्वारा नियमित रूप से सफाई नहीं की जाती, जिससे स्थिति और भी खराब हो जाती है।