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S BIHAR NEWS 12 की तरफ से समस्त देशवासियों को जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई।

 S BIHAR NEWS 12 की तरफ से समस्त देशवासियों को जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई।

कृष्ण जन्माष्टमी
प्रिय दर्शकों,

सर्वप्रथम, S BIHAR NEWS 12 की पूरी टीम की ओर से आप सभी को जन्माष्टमी के पावन पर्व की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ! भगवान श्रीकृष्ण के जन्मदिवस के इस पावन अवसर पर हम आपके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की कामना करते हैं।


जन्माष्टमी का पर्व हमें भगवान श्रीकृष्ण के जीवन और उनके अद्भुत शिक्षाओं की याद दिलाता है। यह दिन केवल भगवान के जन्म का ही नहीं, बल्कि उनके द्वारा स्थापित धर्म, सत्य और न्याय के मूल्यों का भी प्रतीक है। श्रीकृष्ण का जीवन हमें सिखाता है कि कैसे कठिनाइयों और चुनौतियों के बावजूद, धैर्य और संकल्प के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।


इस शुभ अवसर पर, हम सभी को अपने जीवन में श्रीकृष्ण के उपदेशों का पालन करते हुए सत्य, प्रेम और अहिंसा के मार्ग पर चलने का संकल्प लेना चाहिए। जन्माष्टमी का यह पावन पर्व हमें अपने आंतरिक दिव्य गुणों को जागृत करने और जीवन में समर्पण, भक्ति और सेवा की भावना को बढ़ावा देने का अवसर प्रदान करता है।


S BIHAR NEWS 12 आपसे अनुरोध करता है कि इस शुभ दिन को पूरे हर्ष और उल्लास के साथ मनाएँ, लेकिन साथ ही समाज के कमजोर और वंचित वर्गों की मदद करना न भूलें। जैसा कि भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में कहा है, 'कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन', अर्थात हमें अपने कर्मों को पूरे समर्पण के साथ करना चाहिए, फल की चिंता किए बिना।


इस पावन अवसर पर, हम प्रार्थना करते हैं कि भगवान श्रीकृष्ण सभी देशवासियों को आशीर्वाद दें, और उनके जीवन में सुख, शांति, और समृद्धि का संचार करें।


एक बार फिर से, S BIHAR NEWS 12 की ओर से आप सभी को जन्माष्टमी की ढेर सारी शुभकामनाएँ! जय श्रीकृष्ण!

जन्माष्टमी का महत्त्व:


जन्माष्टमी का पर्व भारत के साथ-साथ पूरे विश्व में भक्ति और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। यह पर्व केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक धरोहर भी है, जो हमारे समाज में सच्चाई, प्रेम और भक्ति की भावना को जागृत करता है। भगवान श्रीकृष्ण का जीवन और उनके द्वारा दी गई गीता के उपदेश आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने कि सदियों पहले थे। उनका संदेश हमें धर्म, कर्म और जीवन के वास्तविक उद्देश्य को समझने की प्रेरणा देता है।


धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियाँ:


जन्माष्टमी के इस पावन अवसर पर पूरे देश में मंदिरों को भव्य रूप से सजाया जाता है। लोग व्रत रखते हैं, भजन-कीर्तन करते हैं, और मध्यरात्रि को भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का उत्सव मनाते हैं। मंदिरों में झांकियाँ सजाई जाती हैं, जिनमें भगवान श्रीकृष्ण के जीवन के विभिन्न पहलुओं को दर्शाया जाता है। मटकी फोड़ने की परंपरा, जिसे 'दही हांडी' के नाम से जाना जाता है, विशेष रूप से महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में बड़े धूमधाम से मनाई जाती है। इस खेल में भगवान कृष्ण की बाल लीला का प्रतीक देखा जाता है, जब उन्होंने अपने दोस्तों के साथ मटकी फोड़कर मक्खन चुराया था।

आधुनिक संदर्भ में जन्माष्टमी:

आज के समय में, जन्माष्टमी केवल एक धार्मिक पर्व नहीं है, बल्कि यह हमें अपने जीवन में सकारात्मकता, ईमानदारी और साहस के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। भगवान श्रीकृष्ण का संदेश हमें सिखाता है कि जीवन के हर क्षेत्र में संतुलन बनाए रखना कितना आवश्यक है। उनके जीवन से यह सीख मिलती है कि चाहे परिस्थितियाँ कितनी भी कठिन क्यों न हों, हमें अपने कर्तव्यों से कभी नहीं भटकना चाहिए।

S BIHAR NEWS 12 का संदेश:

इस जन्माष्टमी पर,  S BIHAR NEWS 12 आपसे अपील करता है कि आप सभी इस पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाएँ, लेकिन साथ ही अपने आसपास के लोगों की मदद करने का भी संकल्प लें। यह पर्व हमें एक दूसरे के प्रति प्रेम, करुणा और सहानुभूति का भाव जगाने का अवसर प्रदान करता है।

हम आशा करते हैं कि भगवान श्रीकृष्ण की कृपा से आपके जीवन में हर दिन नई खुशियाँ आएँ और आपका परिवार हमेशा सुखी और समृद्ध रहे। इस अवसर पर, आइए हम सभी श्रीकृष्ण के आदर्शों को अपनाते हुए अपने जीवन को और अधिक सार्थक बनाएं।

एक बार फिर से,  S BIHAR NEWS 12 की ओर से आप सभी को जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ! 


जय श्रीकृष्ण!

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