पटना-नालंदा मुख्य मार्ग पर सड़क टूटी: फल्गु नदी के बाढ़ का कहर।
झारखंड के घोड़ा घाट बियर का फॉलिंग शटर टूटने से फल्गु नदी में बाढ़ का पानी तेजी से फैल गया है। इसके कारण बिहार के जहानाबाद जिले के मोदनगंज तथा घोसी अंचल क्षेत्र में नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है, जिससे वहां के निवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।पितांबरपुर बरछीबिगहा गांव के पास सड़क टूटी
पानी के तेज बहाव के कारण पटना-नालंदा मुख्य मार्ग पर पितांबरपुर बरछीबिगहा गांव के समीप सड़क टूट गयी है। इस कारण से इस महत्वपूर्ण मार्ग पर आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है। यह मार्ग पटना और नालंदा को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग है, जो इस क्षेत्र के लोगों के लिए जीवन रेखा के समान है। सड़क टूटने से यातायात ठप हो गया है और लोग कई किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए मजबूर हैं।
मोदनगंज और बंधुगंज क्षेत्र की स्थिति
मोदनगंज प्रखंड क्षेत्र में स्थित बंधुगंज पुराना पुल पर भी नदी का पानी चढ़ गया है। इस पुल से होकर ग्रामीण अपने दैनिक कार्यों के लिए गुजरते थे, लेकिन अब उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, पास में ही बने नये पुल से अभी भी आवागमन हो रहा है, लेकिन पुराना पुल बंद हो जाने से कई लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में दिक्कतें हो रही हैं।
मोदनगंज हाइस्कूल में पानी का प्रवेश
मोदनगंज क्षेत्र में स्थित हाइस्कूल परिसर में भी नदी का पानी प्रवेश कर गया है। इससे स्कूल के छात्रों और शिक्षकों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। स्कूल की कक्षाएं बंद हो गयी हैं और परिसर में जलभराव हो गया है। इससे छात्रों की पढ़ाई बाधित हो रही है और स्कूल प्रशासन के सामने एक बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है।
किसानों की परेशानी
बाढ़ का सबसे ज्यादा असर किसानों पर पड़ा है। खेतों में लगी फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गयी हैं। पानी के तेज बहाव से खेतों में खड़ी फसलें नष्ट हो गयी हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। इस स्थिति में किसानों को अपनी आजीविका चलाने में कठिनाई हो रही है और उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।
शिक्षा व्यवस्था पर असर
बाढ़ के कारण शिक्षा व्यवस्था पर भी गहरा असर पड़ा है। स्कूलों में जलभराव के कारण कक्षाएं बंद हो गयी हैं और छात्रों की पढ़ाई बाधित हो रही है। कई स्कूलों को राहत शिविरों में तब्दील कर दिया गया है, जहां बाढ़ प्रभावित लोग रह रहे हैं। शिक्षा विभाग ने छात्रों की पढ़ाई को जारी रखने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।
बाढ़ की यह स्थिति पटना-नालंदा मुख्य मार्ग और उसके आस-पास के क्षेत्रों के लोगों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है। बाढ़ के कारण न केवल आवागमन बाधित हो गया है, बल्कि लोगों के घर, खेत और संपत्ति को भी भारी नुकसान हुआ है। प्रशासन की ओर से राहत और बचाव कार्य किए जा रहे हैं, लेकिन लोगों को अभी भी कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।