नवादा में वनपाल की रहस्यमय गुमशुदगी: पत्नी की प्रताड़ना का आरोप और सुसाइड नोट।
नवादा जिले के अकबरपुर प्रखंड मुख्यालय पर कार्यरत वनपाल अरविंद रजक की गुमशुदगी ने इलाके में हड़कंप मचा दिया है। मंगलवार, 10 सितंबर की रात को अपने सरकारी आवास से रहस्यमय तरीके से लापता हुए अरविंद रजक ने जाने से पहले एक सुसाइड नोट छोड़ा है। इस नोट में उन्होंने अपनी पत्नी द्वारा प्रताड़ित होने की बात की है, जो उनके इस कदम के पीछे एक बड़ा कारण प्रतीत हो रहा है।गुमशुदा अरविंद रजक वनपाल
सुसाइड नोट और पत्नी पर आरोपवनपाल अरविंद रजक का लिखा हुआ सुसाइड नोट।
अरविंद रजक ने अपने कमरे में एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी पर लगातार आरोप लगाने का जिक्र किया है। नोट में लिखा है कि उनकी पत्नी उन्हें बार-बार आरोपित करती है कि उनका किसी और के साथ अफेयर चल रहा है, जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है। नोट में उन्होंने लिखा है कि उनकी पत्नी के अविश्वास और उत्पीड़न के कारण वे मानसिक रूप से बहुत परेशान हो गए हैं। उन्होंने अपने होश में सब कुछ छोड़कर जाने की बात कही है और किसी को भी उनकी तलाश करने की अपील की है।
गुमशुदगी की रिपोर्ट और पुलिस की कार्रवाई
अरविंद रजक की गुमशुदगी की रिपोर्ट उनके सहयोगियों द्वारा जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी को दी गई। रिपोर्ट के बाद वन विभाग और पुलिस की टीम ने उनकी तलाश शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक कोई ठोस सुराग नहीं मिला है। पुलिस और वन विभाग की टीम ने रजक के लापता होने की सूचना सोशल मीडिया पर साझा की है, जिसमें उनकी फोटो और विवरण शामिल हैं।
डीएफओ की अपील
नवादा के जिला वन प्रमंडल अधिकारी (डीएफओ) राजीव रंजन ने भी वनपाल की खोज के लिए आम लोगों से अपील की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर वनपाल की फोटो वायरल की है और लोगों से अनुरोध किया है कि यदि उन्हें इस व्यक्ति के बारे में कोई जानकारी मिले तो वे तुरंत सूचित करें। डीएफओ ने अपना मोबाइल नंबर 9631078349 भी जारी किया है, लेकिन फिलहाल वे फोन नहीं उठा रहे हैं, जिससे अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं हो पा रही है।
कर्मचारियों और अधिकारियों की प्रतिक्रिया
वनपाल की गुमशुदगी के बाद से वन विभाग के कर्मचारियों में चिंता का माहौल है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि वे अभी इस मामले पर टिप्पणी करने से बच रहे हैं, लेकिन उनकी खोजबीन जारी है। वन विभाग के उच्च अधिकारियों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष टीमों को गठित किया है जो रजक के संभावित ठिकानों और मार्गों पर छानबीन कर रही हैं।
सोशल मीडिया और सार्वजनिक ध्यान
सुसाइड नोट और वनपाल की गुमशुदगी की खबर तेजी से सोशल मीडिया पर फैल गई है। स्थानीय और राष्ट्रीय मीडिया में भी इस मामले को लेकर चर्चा हो रही है। कई लोग सोशल मीडिया के माध्यम से इस मामले की गंभीरता को उजागर कर रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि वनपाल जल्द ही सुरक्षित मिल जाएं।
अरविंद रजक की गुमशुदगी और सुसाइड नोट ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। उनकी पत्नी द्वारा प्रताड़ना का आरोप और मानसिक तनाव के कारण उन्होंने ऐसा कदम उठाने की बात की है। अब यह देखना होगा कि पुलिस और वन विभाग की टीम उनकी खोज में सफल होती है या नहीं, और क्या इस मामले की जांच में कोई नई जानकारी सामने आती है। जनता की नजर इस मामले पर बनी हुई है और सभी को आशा है कि वनपाल जल्दी और सुरक्षित तरीके से मिल जाएं।