नवादा में मैट्रिक और इंटर परीक्षा की तैयारी, छात्रों को मिलेगा तकनीकी शिक्षा का लाभ
नवादा: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने 2025 में होने वाली मैट्रिक और इंटर की वार्षिक बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों को गति दे दी है। जिला शिक्षा विभाग ने परीक्षा केंद्रों की सूची भी जारी कर दी है। इस बार नवादा जिले में केंद्रों की संख्या घटा दी गई है। मैट्रिक परीक्षा के लिए जिले में 27 केंद्र और इंटर परीक्षा के लिए 30 केंद्र बनाए गए हैं।परीक्षार्थियों की संख्या में बढ़ोतरी की संभावना
शिक्षा विभाग के अनुमान के अनुसार, इस बार मैट्रिक की परीक्षा में करीब 40 हजार और इंटर की परीक्षा में लगभग 35 हजार छात्र शामिल होंगे। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष परीक्षार्थियों की संख्या बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। विभाग ने परीक्षा केंद्रों की संख्या कम कर दी है, लेकिन छात्रों के लिए परीक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाने का दावा किया गया है।
तकनीकी शिक्षा से छात्रों का भविष्य सुरक्षित
शिक्षा के क्षेत्र में नवादा जिले में एक और नई पहल की जा रही है। अब छात्रों को सामान्य शिक्षा के साथ-साथ तकनीकी शिक्षा भी दी जाएगी। यह कदम आठवीं से लेकर 12वीं तक के छात्रों के लिए लागू होगा। इस पहल का मुख्य उद्देश्य छात्रों को स्किल डेवलपमेंट के माध्यम से रोजगारपरक शिक्षा प्रदान करना है।
तकनीकी संस्थानों से जुड़ेंगे स्कूल
सरकारी स्कूलों को इंजीनियरिंग कॉलेजों, पॉलिटेक्निक संस्थानों और आईटीआई से जोड़ा जाएगा। छात्रों को इन संस्थानों में जाकर तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाएगा। शिक्षा विभाग ने इन संस्थानों से प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति भी की है, जो स्कूलों में छात्रों को 1-2 घंटे का नियमित प्रशिक्षण देंगे।
रोजगार के अवसर बढ़ेंगे
तकनीकी शिक्षा के माध्यम से छात्रों को वस्तुओं के निर्माण और अन्य व्यावहारिक ज्ञान का प्रशिक्षण मिलेगा। इसका मकसद छात्रों को केवल किताबी ज्ञान तक सीमित न रखकर उन्हें रोजगार के लायक बनाना है। इस पहल से छात्रों को भविष्य में रोजगार के बेहतर अवसर मिलने की संभावना है।
छात्रों और अभिभावकों में उत्साह
तकनीकी शिक्षा की इस नई योजना से छात्रों और अभिभावकों में उत्साह है। एक अभिभावक, सुरेश कुमार ने कहा, "सरकारी स्कूलों में तकनीकी शिक्षा मिलने से बच्चों का भविष्य सुरक्षित होगा। वे पढ़ाई के साथ-साथ रोजगार के लिए तैयार हो पाएंगे।"
नवादा शिक्षा विभाग का दावा
जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा, "हम छात्रों को केवल परीक्षा के लिए तैयार नहीं कर रहे, बल्कि उन्हें जीवन में आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास कर रहे हैं। तकनीकी शिक्षा से छात्रों को नौकरी की संभावनाएं बढ़ेंगी और वे अपने दम पर कुछ नया कर सकेंगे।"
सरकारी पहल का असर
यह पहल न केवल शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाएगी, बल्कि बेरोजगारी की समस्या को भी कम करने में सहायक होगी। छात्रों को अब पढ़ाई के साथ-साथ तकनीकी कौशल भी मिलेगा, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकेंगे।