नालंदा: टोटो चालक की गोली मारकर हत्या, बदमाश फरार
बिहार के नालंदा जिले के गोविंदपुर पुल के पास सोमवार शाम एक टोटो चालक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान सिलाव थाना क्षेत्र के पकरीसराय गांव निवासी 30 वर्षीय राजू कुमार के रूप में हुई है। घटना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया, और स्थानीय लोग पुलिस की गश्ती व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं।जानकारी के अनुसार, राजू कुमार अपनी सवारी को गोविंदपुर से अपने गांव लेकर जा रहा था, तभी रास्ते में एक बदमाश के साथ उसका विवाद हुआ। विवाद के बाद दोनों के बीच बहस और मारपीट शुरू हो गई। इसी दौरान बदमाश ने अचानक हथियार निकालकर राजू कुमार को गोली मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने शव को बरामद कर लिया और पोस्टमार्टम के लिए बिहार शरीफ सदर अस्पताल भेज दिया।
राजू के भाई प्रमोद कुमार ने घटना के बारे में बताया, "हमें यह जानकारी गांव के एक व्यक्ति से मिली कि मेरे भाई की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। जब हम पहुंचे, तो देखा कि उसके सीने में गोली लगी हुई थी।" घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल बन गया, और स्थानीय लोग पुलिस गश्ती व्यवस्था की नाकामी पर सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि यह इलाका पहले भी अपराध का शिकार रहा है, जहां आए दिन मारपीट जैसी घटनाएं होती रहती हैं, लेकिन पुलिस की गश्ती व्यवस्था न के बराबर है।
पुलिस ने शुरुआती जांच में पाया कि हत्या का आरोपी कोई साधारण बदमाश नहीं, बल्कि एक भगोड़ा बिहार पुलिस का सिपाही है। नालंदा थाना प्रभारी निशि कुमार के अनुसार, आरोपी सिपाही का नाम अनिल कुमार है, जो पहले मधुबनी जिले में पोस्टेड था, लेकिन कुछ कारणों से वह भगोड़ा घोषित हो चुका था। उन्होंने बताया कि अनिल कुमार का लाइसेंस नालंदा थाना में जब्त किया जा चुका है और उसे पकड़ने के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।
डीएसपी सुनील कुमार ने बताया कि जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी अनिल कुमार घटना के समय शराब के नशे में धुत था और उसका एक लंबा अपराधिक इतिहास भी है। पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपी की तलाश जारी है।
घटना के बाद स्थानीय लोग इस बात को लेकर चिंतित हैं कि पुलिस की गश्ती व्यवस्था को बेहतर बनाने की आवश्यकता है, ताकि इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।