नवादा में तेज रफ्तार का कहर: साले के तिलक से लौट रहे व्यक्ति की सड़क हादसे में मौत
नवादा: बिहार के नवादा जिले में एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना में 30 वर्षीय युवक की मौत हो गई। यह हादसा हिसुआ थाना क्षेत्र के महादेव बीघा गांव के पास हुआ, जहां तेज रफ्तार से आ रहे अज्ञात वाहन ने बाइक सवार को टक्कर मार दी। इस हादसे में अकबरपुर प्रखंड के कोहिला गांव निवासी सुरेंद्र चौधरी की मौके पर ही मौत हो गई।खुशियों के बीच मातम में बदली जिंदगी
सुरेंद्र चौधरी अपने साले के तिलक समारोह से वापस लौट रहे थे। परिवार में शादी की खुशियों का माहौल था, लेकिन इस दर्दनाक घटना ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया। घटना की सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। मृतक की पत्नी और अन्य परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है।
112 पुलिस सेवा ने पहुंचाया अस्पताल, डॉक्टरों ने किया मृत घोषित
दुर्घटना के बाद स्थानीय लोगों ने आपातकालीन सेवा 112 को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और सुरेंद्र चौधरी को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए नवादा सदर अस्पताल भेज दिया है और मामले की जांच में जुट गई है।
नवादा में बढ़ रही सड़क दुर्घटनाएं
नवादा जिले में सड़क हादसों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जिला प्रशासन द्वारा सड़क सुरक्षा को लेकर विभिन्न अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन देर शाम और रात में तेज रफ्तार वाहन दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं।
'नो हेलमेट, नो पेट्रोल' अभियान के बावजूद, बाइक सवार बिना हेलमेट के नजर आते हैं, जिससे हादसों में मौत का खतरा बढ़ जाता है।
नवादा सदर अस्पताल में हर दिन दो दर्जन से अधिक सड़क दुर्घटनाओं के मामले पहुंच रहे हैं।
अधिकतर हादसे रात के समय और तेज रफ्तार वाहनों की वजह से हो रहे हैं।
क्या कहते हैं स्थानीय लोग?
स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क पर वाहनों की रफ्तार को नियंत्रित करने के लिए कठोर नियमों की जरूरत है। नवादा में कई जगहों पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं, जिससे दुर्घटना के कारणों की जांच में कठिनाई होती है। फिलहाल पुलिस अज्ञात वाहन की तलाश में जुटी है। दुर्घटना के लिए जिम्मेदार वाहन चालक की पहचान के लिए आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
सवाल उठता है:
क्या नवादा में ट्रैफिक नियमों को और सख्त करने की जरूरत है?
सड़क सुरक्षा उपायों को लागू करने में प्रशासन कितना गंभीर है?
क्या पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा?
सरकार और प्रशासन से उम्मीदें
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से सख्त यातायात नियमों को लागू करने और रात में तेज रफ्तार वाहनों पर लगाम कसने की मांग की है। साथ ही, दुर्घटनाग्रस्त परिवार को आर्थिक सहायता देने की भी गुहार लगाई है।
इस घटना ने एक बार फिर नवादा में सड़क सुरक्षा की खामियों को उजागर कर दिया है। जरूरत है कि प्रशासन इस पर गंभीरता से ध्यान दे, ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सके।