नवादा शेल्टर होम की अधीक्षक प्रियंका की आत्महत्या: पारिवारिक कलह या कार्यस्थल का दबाव?
बिहार के नवादा जिले के बुधौल स्थित वृहद आश्रय गृह (शेल्टर होम) की अधीक्षक कुमारी प्रियंका की आत्महत्या से सनसनी फैल गई है। प्रियंका यूपी के गोरखपुर की रहने वाली थीं और उनके पति शिक्षक हैं।घटना का विवरण
सोमवार को प्रियंका ने अपने सरकारी आवास में फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, सूचना मिलने पर नगर थानाध्यक्ष अविनाश कुमार मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू की। डीएम के आदेश पर सिविल सर्जन डॉ. अनीता अग्रवाल भी मौके पर पहुंचीं। दरवाजा अंदर से बंद था, जिसे तोड़ने के बाद प्रियंका का शव पंखे से लटका मिला। डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सुसाइड नोट और पति का बयान
प्रियंका के कमरे से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें उन्होंने आत्महत्या की जिम्मेदारी खुद ली है और किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया। हालांकि, घटना से पहले प्रियंका ने अपने पति गणेश कुमार से वीडियो कॉल पर बात की थी। पति का दावा है कि उनकी पत्नी काम को लेकर तनाव में थीं और उन्हें 15 दिनों के भीतर दो शोकॉज नोटिस मिले थे, जिनका 24 घंटे के भीतर जवाब देना था।
प्रशासन बनाम परिवार की प्रतिक्रिया
डीएम ने प्राथमिक जांच के आधार पर आत्महत्या की वजह पारिवारिक कलह बताई है, लेकिन प्रियंका के पति का कहना है कि कार्यस्थल का दबाव ही उनके तनाव का कारण था। पति ने यह भी आरोप लगाया कि अगर स्टाफ ने सूचना मिलते ही दरवाजा तोड़ दिया होता, तो शायद प्रियंका की जान बच सकती थी।
जांच जारी
फिलहाल, पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है। आत्महत्या के पीछे की असली वजह क्या थी—पारिवारिक तनाव या काम का दबाव? यह जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।