भोजपुरी सिनेमा को गहरा झटका, मशहूर अभिनेता गोपाल राय का निधन — 76 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस
मुजफ्फरपुर, बिहार:
भोजपुरी सिनेमा को रविवार की शाम एक गहरा आघात लगा, जब अपने समय के प्रसिद्ध चरित्र अभिनेता गोपाल राय ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। 76 वर्षीय गोपाल राय पिछले कुछ महीनों से अस्वस्थ चल रहे थे और उन्होंने मुजफ्फरपुर जिले के अपने पैतृक गांव मधौल में अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर से भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है।
गोपाल राय ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत 1970 के दशक में की थी और देखते ही देखते वे चरित्र भूमिकाओं के पर्याय बन गए। उन्होंने अपने करियर में 100 से भी अधिक भोजपुरी फिल्मों में काम किया और कई दिग्गज अभिनेताओं के साथ स्क्रीन साझा की।
उनकी अभिनय शैली में एक खास आत्मीयता और सच्चाई थी, जिसने उन्हें आम दर्शकों के दिलों में जगह दिलाई। चाहे वह पिता की भूमिका हो या एक गांव के मुखिया की, गोपाल राय ने हर किरदार में जान फूंक दी। उनकी संवाद अदायगी और भाव-प्रवाह ने उन्हें दर्शकों और फिल्म समीक्षकों का प्रिय बना दिया।
फिल्मी करियर की झलक:
गोपाल राय ने जिन फिल्मों में अभिनय किया, उनमें ‘गंगा मइया तोहे पियरी चढ़इबो’, ‘बलमा बिहारवाला’, ‘पिया के गांव’, और ‘धरती के लाल’ जैसी कई सुपरहिट फिल्में शामिल हैं। उन्होंने मनोज तिवारी, रवि किशन, निरहुआ (दिनेश लाल यादव), और खेसारी लाल यादव जैसे स्टार्स के साथ भी स्क्रीन शेयर किया और अपने सशक्त अभिनय से हर बार वाहवाही बटोरी।
फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर:
गोपाल राय के निधन की खबर फैलते ही भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के तमाम कलाकारों और निर्देशकों ने शोक जताया। अभिनेता निरहुआ ने सोशल मीडिया पर लिखा, “गोपाल राय जी एक स्कूल की तरह थे। उनके साथ काम करना एक सीखने जैसा अनुभव होता था। वे सदा हमारे दिलों में जीवित रहेंगे।”
वहीं, अभिनेत्री आम्रपाली दुबे ने भी उनके निधन पर गहरा दुख जताते हुए कहा कि, “उनके बिना भोजपुरी फिल्में अधूरी सी लगेंगी। उन्होंने इंडस्ट्री को बहुत कुछ दिया।”
पारिवारिक और अंतिम संस्कार की जानकारी:
गोपाल राय अपने पीछे पत्नी, दो बेटे और एक बेटी को छोड़ गए हैं। उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए मधौल गांव में रखा गया है, जहां स्थानीय लोग, प्रशंसक और फिल्म जगत से जुड़े लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। सोमवार सुबह उनका अंतिम संस्कार पूरे सम्मान के साथ किया जाएगा।
स्मृति शेष:
गोपाल राय अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके अभिनय की अमिट छाप भोजपुरी सिनेमा में हमेशा बनी रहेगी। वे उन गिने-चुने अभिनेताओं में से थे, जिन्होंने ग्लैमर की चकाचौंध से दूर रहकर भी दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बनाई।