नवादा में 'गर्भवती जॉब' गिरोह का पर्दाफाश! सोशल मीडिया पर फैलाया था जाल, लाखों की ठगी – चार गिरफ्तार, सरगना फरार
नवादा, बिहार:
बिहार के नवादा जिले से एक चौंकाने वाला साइबर फ्रॉड सामने आया है, जहां "गर्भवती करने की गारंटी" और "फ्री लैपटॉप के साथ मोटी सैलरी की नौकरी" जैसे झूठे वादों के सहारे लोगों से लाखों रुपये की ठगी की जा रही थी। नवादा साइबर पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने इस हाई-प्रोफाइल गिरोह का पर्दाफाश कर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें तीन नाबालिग हैं। मुख्य सरगना अभी भी फरार है।
🎭 कैसे रचाया गया ठगी का यह नाटक?
गिरोह सोशल मीडिया पर ‘ऑल इंडिया प्रेग्नेंट जॉब’ के नाम से भ्रामक विज्ञापन चला रहा था। यह दावा किया जा रहा था कि जो महिलाएं मां नहीं बन सकतीं, उन्हें वे गर्भवती कराने में मदद करेंगे – और इसके बदले महिलाओं को 5 लाख रुपये तक देने का झांसा दिया जाता था।
विज्ञापन की भाषा कुछ यूं होती थी:
"बिना मां बने जिंदगी अधूरी है? हमारे साथ जुड़िए, हम आपकी मदद करेंगे — ऑल इंडिया प्रेग्नेंट जॉब में आपका स्वागत है!"
लोग जैसे ही झांसे में आते, उनसे रजिस्ट्रेशन फीस, किट शुल्क और सुरक्षा गारंटी के नाम पर मोटी रकम ऐंठ ली जाती थी।
💼 नौकरी के नाम पर भी लूट: “मैसेज भेजो, पैसे पाओ!”
गिरोह का दूसरा फॉर्मूला था – फर्जी नौकरी।
देश की जानी-मानी टेलीकॉम कंपनी के नाम पर विज्ञापन चलाकर दावा किया जाता कि:
पार्ट टाइम / फुल टाइम नौकरी उपलब्ध है
लड़कों, लड़कियों, गृहिणियों, छात्रों सभी को मौका
हर महीने ₹22,500 से ₹75,500 तक कमाई
मोबाइल और लैपटॉप बिल्कुल मुफ्त
लोग जब रजिस्ट्रेशन करवाते, तब उनसे प्रोसेसिंग फीस, आईडी एक्टिवेशन, जॉइनिंग किट के नाम पर पैसा ठग लिया जाता।
🚓 कैसे हुआ भंडाफोड़?
गृह मंत्रालय के पोर्टल से मिले मोबाइल नंबरों की मदद से सीनियर डीएसपी प्रिया ज्योति के नेतृत्व में एक टीम ने रोह थाना क्षेत्र के कुंज गांव में छापेमारी की।
गिरफ्तार हुए:
राजेश कुमार (26), कुंज गांव निवासी, सेना के जवान का बेटा
तीन नाबालिग, जिन्हें पुलिस ने संरक्षण में लिया है
जब्त सामान:
पांच स्मार्टफोन
एक की-पैड फोन
ठगी से जुड़े वीडियो और डिजिटल सबूत
🎯 मास्टरमाइंड अभी भी फरार
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वे एक सरगना के निर्देश पर काम कर रहे थे, जो उन्हें पीड़ितों के नंबर और स्क्रिप्ट देता था। वह खुद सोशल मीडिया पर विज्ञापन बनाता और फर्जी कॉल सेंटर चला रहा था।
FIR संख्या: साइबर थाना कांड संख्या- 85/25
धाराएं: IT एक्ट और IPC की धोखाधड़ी संबंधित धाराएं
👮 पुलिस की अपील
डीएसपी प्रिया ज्योति ने कहा:
"लोगों से अपील है कि सोशल मीडिया या अखबारों में दिए गए किसी भी संदिग्ध विज्ञापन पर विश्वास न करें। कोई भी पैसा भेजने से पहले सत्यापन ज़रूरी है।"
📢 आपकी जागरूकता ही आपकी सुरक्षा है!
अनजान नंबरों से आई कॉल या मैसेज से सावधान रहें
गर्भवती करने या फ्री नौकरी के नाम पर दिए जा रहे झूठे वादों से बचें
किसी भी ऑफर पर तुरंत पैसे न भेजें
ठगी की आशंका हो तो तुरंत नजदीकी साइबर थाना से संपर्क करें
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