नवादा में मां-बेटी पर कातिलाना हमला, जांच के लिए एसआईटी गठित
रिपोर्ट: S Bihar News 12 डेस्क | स्थान: राजेंद्र नगर, नवादा | तिथि: 26 नवंबर
नवादा जिले के राजेंद्र नगर इलाके में हुई इस सनसनीखेज वारदात ने पूरे शहर को दहशत में ला दिया है। नकाबपोश हमलावरों ने घर में घुसकर 60 वर्षीया सावित्री देवी और उनकी छोटी बेटी प्रांजलि पासवान उर्फ चांदनी पर चाकू और पेंचकस से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। हमले में गंभीर रूप से घायल सावित्री देवी की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि प्रांजलि पटना के एक अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही है।
घटना का समय, जगह और पूरा मंजर
यह घटना 22 नवम्बर की शाम करीब 6:45 बजे की बताई जा रही है, जब स्वर्गीय रामवृक्ष पासवान का घर लगभग सामान्य दिनचर्या में था। उसी दौरान 4 से 5 नकाबपोश हमलावर अचानक घर में दाखिल हुए और सीधे मां-बेटी पर हमला बोल दिया। घर के अंदर चीख-पुकार मचते ही आसपास के लोग जुटने लगे, लेकिन तब तक हमलावर फरार हो चुके थे।
इलाज, मृत्यु और एफआईआर की प्रक्रिया
गंभीर रूप से घायल दोनों को आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया, जहां सावित्री देवी को डॉक्टरों ने बचा नहीं सके। प्रांजलि की नाजुक हालत को देखते हुए उसे पटना रेफर कर दिया गया, जहां उसका इलाज जारी है। इस दर्दनाक घटना के बाद मृतका के इकलौते पुत्र बबलू कुमार ने नगर थाना में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई, जिसे नगर थाना कांड संख्या 1211/25 के रूप में 23 नवम्बर को दर्ज किया गया।
एसपी ने गठित की एसआईटी, एसडीपीओ टीम लीडर
मामले की गंभीरता को देखते हुए नवादा एसपी अभिनव धीमान ने विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया है। इस एसआईटी का नेतृत्व नवादा सदर एसडीपीओ-01 हुलास कुमार को सौंपा गया है, जबकि नगर थानाध्यक्ष अविनाश कुमार समेत कई तेजतर्रार पुलिस अधिकारियों को टीम में शामिल किया गया है। टीम को तकनीकी सपोर्ट, कॉल डिटेल्स, सीसीटीवी विश्लेषण और फॉरेंसिक जांच की पूरी सुविधा दी गई है।
पटना अस्पताल में प्रांजलि का बयान, जांच की नई दिशा
एसआईटी की टीम ने पटना पहुंचकर सोमवार की रात प्रांजलि का बयान दर्ज किया। अस्पताल के बेड पर लेटी प्रांजलि ने जो बातें पुलिस को बताईं, उनमें से कुछ बेहद चौंकाने वाली मानी जा रही हैं। बताया जा रहा है कि हमलावरों में से एक की आवाज उसे जानी-पहचानी लगी, जिससे संदेह गहरा गया है कि वारदात के पीछे किसी परिचित या पहले से घर के आसपास देखे गए व्यक्ति का हाथ हो सकता है।
सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी जांच की चुनौतियां
पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को कई बार खंगाला, लेकिन अब तक किसी स्पष्ट संदिग्ध की तस्वीर सामने नहीं आ सकी है। अपराधी किस रास्ते घर में आए और किस दिशा से भागे, इसे लेकर भी शुरुआती बयानों में विरोधाभास सामने आया है। यही वजह है कि एसआईटी ने परिजनों और पड़ोसियों के बयान दोबारा दर्ज करने का फैसला किया है, ताकि हर तथ्य को आपस में मिलाकर एक स्पष्ट समय-रेखाचित्र तैयार किया जा सके।
फॉरेंसिक सबूत और कॉल डिटेल्स पर फोकस
घटनास्थल से बरामद खून से सने कपड़े, फर्श पर पड़े निशान, दरवाजे और संभावित हथियारों के फिंगरप्रिंट को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। साथ ही घटना के समय आसपास एक्टिव मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल्स और लोकेशन डेटा निकाले जा रहे हैं, जिससे संदिग्ध मोबाइल नंबरों की शिनाख्त में मदद मिल सके। पुलिस का मानना है कि तकनीकी विश्लेषण से कुछ पुख्ता सुराग मिलेंगे।
इलाके में दहशत, परिजनों में आक्रोश
राजेंद्र नगर और आसपास के मोहल्लों में इस घटना के बाद खौफ का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में पहले भी छोटी-मोटी आपराधिक घटनाएं होती रही हैं, लेकिन इतनी वीभत्स वारदात पहली बार सामने आई है। परिजन और मोहल्लेवासी अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं और पुलिस से सख्त कार्रवाई की अपेक्षा जता रहे हैं।
पुलिस की रणनीति और जनता की उम्मीद
पुलिस ने इस केस को प्रायोरिटी कैटेगरी में रखा है और अलग-अलग एंगल से जांच जारी है। एक टीम तकनीकी और फॉरेंसिक पहलुओं पर काम कर रही है, जबकि दूसरी टीम पारिवारिक, सामाजिक और आर्थिक रंजिश जैसे संभावित कारणों की पड़ताल में जुटी है। नवादा के लोग उम्मीद लगाए बैठे हैं कि एसआईटी जल्द ही हमलावरों को गिरफ्तार कर इस दिल दहला देने वाली वारदात से पर्दा उठाए
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