Bihar News: बिहार में बनेगा इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स, नीतीश सरकार का बड़ा कदम, निवेशकों के लिए खुशखबरी
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बिहार सरकार ने राज्य में उद्योगों को सुरक्षित और अनुकूल माहौल देने की दिशा में एक बेहद महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब राज्य में केंद्रीय CISF की तर्ज पर ‘बिहार औद्योगिक सुरक्षा बल (BISF)’ बनाया जाएगा। यह सुरक्षा बल औद्योगिक क्षेत्रों, बड़े कारखानों, टेक हब, फूड पार्क, और निवेश जोन की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।
नई सरकार के गठन के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार बैठकों की समीक्षा कर रहे हैं और विभागों में खाली सीटों की लिस्ट तैयार करने का निर्देश दे चुके हैं। इसी क्रम में शनिवार को हुई समीक्षा बैठक में निवेश बढ़ाने और उद्योगों के लिए सुरक्षित माहौल तैयार करने को लेकर बड़े फैसले लिए गए।
BISF बनाने की प्रक्रिया शुरू – निवेशकों के लिए बड़ी राहत
राज्य के उद्योग मंत्री दिलीप जायसवाल ने बताया कि सरकार जल्द ही BISF गठन का प्रस्ताव तैयार कर भेजेगी। उन्होंने कहा—
“निवेशकों को सुरक्षित वातावरण देना बेहद आवश्यक है, ताकि वे बिना डर के बिहार में उद्योग खोल सकें और बड़ी राशि लगाकर रोजगार के अवसर बढ़ा सकें।”
उन्होंने कहा कि BISF की तैनाती से राज्य में औद्योगिक वातावरण और मजबूत होगा और निवेशकों में विश्वास बढ़ेगा।
इस बल का कार्य—कौन-कौन सी जगहों पर होगी तैनाती?
BISF का मुख्य कार्य राज्य के औद्योगिक ढांचे को सुरक्षा प्रदान करना होगा। मुख्य रूप से यह सुरक्षा बल निम्न क्षेत्रों में तैनात होगा—
- बड़े औद्योगिक क्षेत्र
- मेगा फूड पार्क
- इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर
- औद्योगिक कॉरिडोर
- कॉर्पोरेट निवेश जोन
- टेक हब, आईटी पार्क, फार्मा पार्क
यह बल न केवल सुरक्षा प्रदान करेगा, बल्कि औद्योगिक क्षेत्रों में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
सीएम नीतीश का लक्ष्य: बिहार को टॉप-5 निवेश-फ्रेंडली राज्य बनाना
शनिवार को हुई महत्वपूर्ण बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उनका लक्ष्य अगले पाँच सालों में बिहार को देश के शीर्ष पांच निवेश-फ्रेंडली राज्यों में शामिल करना है।
इसके लिए राज्य सरकार 50 लाख करोड़ रुपये तक का निवेश आकर्षित करने की तैयारी कर रही है।
बैठक में लिए गए प्रमुख फैसले:
- ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को और बेहतर बनाया जाएगा
- राज्य में 5 नए मेगा फूड पार्क बनेंगे
- 10 बड़े औद्योगिक पार्क और 100 नए MSME पार्क तैयार होंगे
- 7 लाख युवाओं को उद्योग आधारित स्किल ट्रेनिंग दी जाएगी
- हर जिले में MSME सहायता केंद्र खोले जाएंगे
31 नए औद्योगिक पार्क और टेक हब की तैयारी
मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि गया के डोभी में 1700 एकड़ में विकसित इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर लगभग तैयार है। साथ ही राज्य सरकार ने 29 जिलों में 31 नए आधुनिक औद्योगिक पार्क बनाने की योजना बनाई है।
इनमें टेक्सटाइल, फार्मा, फूड प्रोसेसिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे क्षेत्रों के लिए विशेष पार्क तैयार किए जाएंगे। इन परियोजनाओं पर कुल 26000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
बिहार बनेगा टेक हब
प्रदेश को टेक्नोलॉजी और मैन्युफैक्चरिंग का बड़ा केंद्र बनाने के लिए कई मेगा परियोजनाओं पर कार्य शुरू किया गया है—
- डिफेंस कॉरिडोर
- सेमीकंडक्टर पार्क
- मेगा टेक सिटी
- फिनटेक सिटी
- ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर
इन सभी परियोजनाओं के पूरा होने पर बिहार न सिर्फ उद्योगों का केंद्र बनेगा, बल्कि देश की नई आर्थिक शक्ति के रूप में उभरेगा।
निष्कर्ष: BISF से बिहार की औद्योगिक तस्वीर बदलेगी
BISF का गठन बिहार के औद्योगिक भविष्य के लिए बड़ा और ऐतिहासिक फैसला है। इससे राज्य में—
- निवेशकों का विश्वास बढ़ेगा
- नए उद्योग लगेंगे
- लाखों युवाओं को रोजगार मिलेगा
- राज्य की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी
- उद्योग आधारित विकास तेज होगा
सरकार का यह कदम आने वाले वर्षों में बिहार को एक मजबूत औद्योगिक और टेक्नोलॉजी हब बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा।

