शेखपुरा रेप केस: बच्चों के सामने पुराने आशिक ने किया दुष्कर्म, पीड़िता ने दर्ज कराई FIR
घटना का पूरा विवरण
बिहार के शेखपुरा जिले से ऐसी वारदात सामने आई है, जिसने इंसानियत को झकझोर कर रख दिया है। करंडे थाना क्षेत्र की एक महिला के साथ उसके पुराने आशिक ने न केवल दुष्कर्म किया, बल्कि यह घिनौनी हरकत उसके तीन मासूम बच्चों के सामने की।
पीड़िता के अनुसार आरोपी ने बुधवार को उसके किराए के मकान में घुसकर दरवाज़ा अंदर से बंद कर दिया और जबरन शारीरिक संबंध बनाए। महिला ने किसी तरह हिम्मत जुटाकर पुलिस को सूचना दी, लेकिन तब तक आरोपी मौका पाकर फरार हो चुका था। पुलिस ने पीड़िता का बयान दर्ज कर केस दर्ज कर लिया है।
पीड़िता का पारिवारिक जीवन
पीड़िता शेखपुरा के करंडे थाना क्षेत्र की निवासी है। उसकी शादी लगभग छह साल पहले पटना जिले के घोसवरी थाना क्षेत्र में हुई थी। दंपति के तीन छोटे बच्चे हैं, जिनकी पूरी जिम्मेदारी अभी पीड़िता के कंधों पर ही है। [web:2]
महिला का पति रोज़गार की तलाश में तमिलनाडु में मजदूरी करता है। पति के परदेस में रहने के कारण वह शेखपुरा शहर के गोल्डन चौक पर एक किराए के मकान में अपने बच्चों के साथ रह रही थी। परिवार से दूर रहकर वह बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए संघर्ष कर रही थी।
इसी बीच करीब तीन साल पहले उसका संबंध उसकी मौसेरी बहन के देवर छोटू कुमार से हो गया। धीरे‑धीरे बात इतनी बढ़ी कि छोटू अक्सर उसके घर आने‑जाने लगा और खुद को उसकी जिंदगी का जरूरी हिस्सा बताने लगा।
आरोपी की हरकत और वारदात
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि छोटू कुमार, जो उसकी मौसेरी बहन का देवर है, उस पर लगातार दबाव बनाता था। शादी के बाद भी वह उससे मिलना चाहता था और इंकार करने पर धमकी देता था कि रिश्ते की बात घर वालों के सामने खोल देगा।
बुधवार को आरोपी अचानक उसके घर पहुंचा। उस समय घर में महिला और उसके तीनों बच्चे ही मौजूद थे। आरोप है कि उसने बातचीत के बहाने भीतर आकर दरवाज़ा बंद किया और विरोध पर जबरन उसे पकड़कर दुष्कर्म किया।
जब बच्चों ने अपनी मां को छुड़ाने की कोशिश की तो आरोपी ने उन मासूमों के साथ भी मारपीट की, जिससे वे सहम गए और ज़ोर‑ज़ोर से रोने लगे। शोर सुनकर आसपास के लोग कुछ समझ पाते, इससे पहले ही आरोपी मौके से फरार हो गया।
पीड़िता ने बताया कि वह लंबे समय से मानसिक रूप से परेशान थी, लेकिन बच्चों और पति की बदनामी के डर से चुप रही। अब बच्चों के सामने हुई इस हैवानियत ने उसे थाने तक पहुंचने के लिए मजबूर कर दिया।
पुलिस की कार्रवाई
थाना प्रभारी के अनुसार, पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा है और मामले से जुड़े हर तथ्य को कानूनी रूप से मज़बूत किया जा रहा है, ताकि अदालत में आरोपी को कड़ी सज़ा दिलाई जा सके। पुलिस टीम आरोपी के संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही है और उसके मोबाइल की लोकेशन भी ट्रैक की जा रही है।
पुलिस ने आसपास के लोगों से भी पूछताछ शुरू कर दी है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि घटना से पहले या बाद में किसी ने आरोपी को भागते देखा था या नहीं। स्थानीय लोगों से मिली हर जानकारी को केस डायरी में दर्ज किया जा रहा है।
समाज और परिवार पर असर
इस घटना ने शेखपुरा समेत पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। लोग यह जानकर दहशत में हैं कि रिश्तेदारी की आड़ लेकर कोई किस हद तक गिर सकता है। परिजनों और पड़ोसियों ने घटना की निंदा करते हुए आरोपी की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है।
मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि ऐसे मामलों में सबसे ज़्यादा असर बच्चों के मासूम मन पर पड़ता है। जिस उम्र में उन्हें स्कूल और खेल‑कूद की चिंता होनी चाहिए, उस उम्र में वे अपनी मां के साथ हुई हैवानियत के गवाह बन गए हैं। ऐसे में परिवार और समाज दोनों को मिलकर उन्हें भावनात्मक सहारा देना होगा।
- महिलाओं को अकेले रहने की स्थिति में अपने भरोसेमंद पड़ोसियों और रिश्तेदारों से नियमित संपर्क बनाए रखना चाहिए।
- किसी भी तरह की जबरदस्ती या धमकी की शुरुआत होते ही तुरंत पुलिस या महिला हेल्पलाइन से मदद लेनी चाहिए।
- बच्चों को बचपन से ही गलत हरकत पहचानने और ज़रूरत पड़ने पर जोर से मदद के लिए चिल्लाने की सीख दी जानी चाहिए।
शेखपुरा में महिलाओं के खिलाफ अपराध
शेखपुरा जिले में इससे पहले भी महिलाओं के खिलाफ गंभीर अपराध दर्ज हो चुके हैं। कुछ समय पहले जिले में एक गूंगी विधवा के साथ रेप के प्रयास का मामला सामने आया था, जिसमें दो आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
एक अन्य मामले में बदमाशों ने बेटी को बंधक बनाकर उसके सामने मां की अस्मत लूटी थी, जिसने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया था और महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए थे।
कानून विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामलों में फास्ट‑ट्रैक कोर्ट के जरिए जल्द से जल्द सुनवाई कर दोषियों को सख्त सज़ा देना ज़रूरी है, ताकि समाज में भय का माहौल बने और भविष्य में कोई इस तरह की हरकत करने से पहले सौ बार सोच सके।

