नवादा में स्टोन क्रेशर गार्ड की हत्या, पुलिस ने शुरू की गहन जांच, अभियुक्तों की तलाश में एसआईटी का गठन।अस्पताल में पहुंचे मृतक के परिजन S BIHAR NEWS 12 फोटो
नवादा जिले के थाली थाना क्षेत्र में स्थित भगवती स्टोन क्रेशर पर काम करने वाले गार्ड बिनोद सिंह की गंभीर रूप से पिटाई के बाद हुई हत्या का मामला सामने आया है। इस हत्याकांड ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है और जांच के दौरान कुछ चौंकाने वाले तथ्य भी सामने आए हैं।
घटना का विवरण:
दिनांक 30 अगस्त 2024 की रात करीब 8:30 बजे थाली थाना के डायल 112 को सूचना मिली कि खखनदुआ गांव में स्थित भगवती स्टोन क्रेशर के गार्ड बिनोद सिंह पर कुछ अज्ञात लोगों ने हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया है। सूचना मिलते ही डायल 112 की टीम तत्काल घटनास्थल पर पहुंची और घायल बिनोद सिंह को प्राथमिक उपचार के लिए अकबरपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया।
हालांकि, उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें तत्काल नवादा के सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया, लेकिन वहां भी उनकी स्थिति में सुधार न होते देख पटना रेफर कर दिया गया। लेकिन, इलाज के दौरान बिनोद सिंह की मृत्यु हो गई। इस बीच, थानाध्यक्ष लगातार घायल बिनोद सिंह के परिजनों और स्टोन क्रेशर के मैनेजर राज कुमार के संपर्क में बने रहे।
प्राथमिकी दर्ज:
घटना के दो दिन बाद, दिनांक 1 सितंबर 2024 को थाली थाना में इस घटना के संदर्भ में ड्राइवर विकास कुमार ने लिखित आवेदन दिया। इसके आधार पर थाना कांड संख्या 220/2024, धारा 126(2)/117(2)/109/303(2)/324(6)/352/351(2)/3 (5) BNS 2023 के तहत मामला दर्ज किया गया और पुलिस ने जांच शुरू की। इस दौरान पता चला कि पटना में इलाज के दौरान बिनोद सिंह की मौत हो चुकी है।
मृतक के परिजनों ने नवादा सदर अस्पताल में फर्दब्यान दर्ज कराया, जिसे इस कांड के अनुसंधान का हिस्सा बनाकर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
प्राथमिक जांच के निष्कर्ष:
अनुसंधान के दौरान पुलिस को यह जानकारी मिली कि भगवती स्टोन क्रेशर प्लांट में काम करने वाले अभियुक्तों को बरसात के कारण अस्थाई रूप से काम से हटा दिया गया था। इस कारण उनमें नाराजगी थी और वे गार्ड बिनोद सिंह से द्वेष भावना रखते थे। प्रथम दृष्ट्या ऐसा प्रतीत होता है कि इन्हीं कारणों से अभियुक्तों ने रात में इस घटना को अंजाम दिया।
पुलिस की कार्रवाई:
एफ एस एल (फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) की टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण कर साक्ष्य संकलन किया है। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रजौली ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया और अनुसंधानकर्ता को जरूरी दिशा-निर्देश दिए। कांड में संलिप्त अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया है। एसआईटी की टीम ने लगातार छापेमारी शुरू कर दी है और जल्द ही अपराधियों को पकड़ने के लिए प्रयासरत है।
घटना का व्यापक असर:
इस हत्याकांड ने इलाके में दहशत फैला दी है। स्थानीय लोग इस घटना से चिंतित हैं और सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं। बिनोद सिंह के परिवार में शोक की लहर है, और उनके परिजन न्याय की गुहार लगा रहे हैं। पुलिस का दावा है कि मामले की पूरी गंभीरता से जांच की जा रही है और जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
यह घटना इस बात का प्रतीक है कि कैसे निजी विवाद और असंतोष की वजह से एक निर्दोष व्यक्ति की जान चली गई। पुलिस की तेज कार्रवाई से उम्मीद है कि अभियुक्तों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा और पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा। फिलहाल, इस कांड की जांच जारी है और पूरे मामले पर पुलिस की कड़ी नजर है।
इस घटनाक्रम से यह साफ है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण है, और ऐसे मामलों में तत्काल और सख्त कार्रवाई जरूरी है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। पुलिस प्रशासन ने एसआईटी का गठन कर इस दिशा में एक मजबूत कदम उठाया है। अब देखना यह है कि कब तक इस मामले में न्याय मिलता है और अपराधियों को उनके कृत्य की सजा दी जाती है।