नवादा में तेज रफ्तार बाइक दुर्घटना, दो युवकों की दर्दनाक मौत।
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दुर्घटना में क्षतिग्रस्त बाइक |
दुर्घटना का विवरण:
सूत्रों के अनुसार, दोनों युवक बुधौल की ओर जा रहे थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि बाइक की रफ्तार अत्यधिक तेज थी। बाइक सवारों ने हेलमेट पहना हुआ था, लेकिन टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि तेज रफ्तार के कारण बाइक अनियंत्रित होकर खड़े ट्रैक्टर से जा टकराई।
पुलिस की कार्रवाई:
घटना की जानकारी मिलते ही नगर थाना प्रभारी अविनाश कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी होने के बाद शवों को परिजनों को सौंप दिया गया। थाना प्रभारी अविनाश कुमार ने बताया, "बाइक की रफ्तार बहुत तेज थी। हेलमेट पहनने के बावजूद दोनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि तेज रफ्तार कितनी घातक हो सकती है।"
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया:
घटना के बाद स्थानीय लोग स्तब्ध हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं में तेज रफ्तार बाइक चलाने की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है, जो जानलेवा साबित हो रही है। उन्होंने प्रशासन से इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की है। एक स्थानीय निवासी ने कहा, "सड़क पर सुरक्षा के नियमों का पालन करना बहुत जरूरी है। यदि गति नियंत्रित होती तो यह हादसा टल सकता था।"
परिवारों का शोक:
मृतकों के परिवारों में मातम पसरा हुआ है। आर्यन राज और सूर्यांश गिरी दोनों ही अपने परिवार के चिराग थे। उनके असमय निधन से परिवार में गहरा शोक है। परिवारवालों ने बताया कि दोनों युवक पढ़ाई के साथ-साथ अपने परिवार की जिम्मेदारियों में भी हाथ बंटाते थे।
सड़क सुरक्षा का मुद्दा:
यह घटना नवादा में सड़क सुरक्षा की गंभीरता को एक बार फिर उजागर करती है। पुलिस प्रशासन द्वारा बार-बार चेतावनी देने के बावजूद युवा तेज रफ्तार और लापरवाही से गाड़ी चलाते हैं, जिससे इस तरह की दुर्घटनाएं होती हैं।
प्रशासन की अपील:
पुलिस ने युवाओं से अपील की है कि वे ट्रैफिक नियमों का पालन करें और विशेष रूप से बाइक चलाते समय गति पर नियंत्रण रखें। हेलमेट पहनना अनिवार्य है, लेकिन साथ ही सुरक्षित गति से वाहन चलाना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
नवादा की इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि सड़क पर सावधानी और जिम्मेदारी से गाड़ी चलाना कितना आवश्यक है। तेज रफ्तार से होने वाले हादसे न सिर्फ जानें ले रहे हैं, बल्कि परिवारों को भी असमय दुःख के सागर में डुबो रहे हैं।