साइबर ठगी का गढ़ बना बिहार: गया में कॉल सेंटर पर छापेमारी, 36 युवक-युवतियां गिरफ्तार।
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छापेमारी करने के लिए मौके पर पहुंची पुलिस |
कैसे हुआ खुलासा?
गया के एसएसपी आशीष भारती के निर्देश पर साइबर थाना पुलिस की टीम ने 'पेनोल सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड' नामक कंपनी के कॉल सेंटर पर छापा मारा। इस छापेमारी का नेतृत्व साइबर डीएसपी साक्षी राय ने किया। तीन मंजिला इमारत में चल रहे इस फर्जी कॉल सेंटर से पुलिस को कई अहम सुराग मिले हैं।
ठगी का अनोखा तरीका:
साइबर डीएसपी साक्षी राय ने बताया कि ठगी का तरीका बेहद चौंकाने वाला था। कॉल सेंटर में काम करने वाले युवक-युवतियां लोगों को फोन कर लोन ट्रांसफर, लोन इंश्योरेंस, और अन्य सुविधाओं के नाम पर एक ऐप डाउनलोड करवाते थे। ऐप इंस्टॉल करने के बाद ग्राहकों से पेमेंट आईडी के जरिए पैसे कंपनी के अकाउंट में ट्रांसफर करवा लिए जाते थे। लेकिन पैसा ट्रांसफर होने के बाद ग्राहकों को कोई भी सुविधा नहीं दी जाती थी।
पहले से थी 37 शिकायतें दर्ज:
इस फर्जी कॉल सेंटर के खिलाफ पहले ही साइबर पोर्टल पर 37 शिकायतें दर्ज थीं। पुलिस ने इन शिकायतों की जांच के बाद ही कार्रवाई की।
छापेमारी के दौरान मिलीं अहम चीजें:
पुलिस ने मौके से तीन लैपटॉप, 33 मोबाइल फोन, और 33 सिम कार्ड जब्त किए हैं। इसके अलावा कई रैंडम नंबर भी बरामद हुए हैं, जिनका इस्तेमाल ठगी के लिए किया जाता था।
तीन सालों से कर रहे थे ठगी:
गिरफ्तार आरोपियों में कंपनी के सीईओ निशांत कुमार, मोहित कुमार, और मैनेजर शिष्या वर्धन भी शामिल हैं। पुलिस की पूछताछ में उन्होंने कबूल किया कि वे पिछले तीन सालों से साइबर फ्रॉड कर रहे थे। इस दौरान करोड़ों रुपये की ठगी का खुलासा हुआ है।
गिरफ्तारी के बाद हंगामा:
गिरफ्तारी की खबर फैलते ही आरोपियों के परिजन थाने के बाहर जुट गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग और लाठीचार्ज करना पड़ा।
पुलिस की अपील:
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि किसी भी अनजान कॉल या ऐप डाउनलोड करने से पहले सावधानी बरतें। अगर कोई लोन या अन्य सुविधा का झांसा देकर ऐप इंस्टॉल करवाने की कोशिश करे, तो तुरंत साइबर थाना या पुलिस को सूचना दें।
बढ़ती साइबर ठगी पर सवाल:
बिहार में साइबर ठगी के बढ़ते मामलों ने राज्य की कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। नवादा, पटना, और अब गया से सामने आए ये मामले दिखाते हैं कि साइबर ठगी का नेटवर्क कितना व्यापक हो चुका है। प्रशासन को इन गिरोहों पर लगाम कसने के लिए सख्त कदम उठाने होंगे।
गया में हुई इस बड़ी कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि बिहार में साइबर अपराधियों का नेटवर्क सक्रिय है। हालांकि, पुलिस की इस सफलता से साइबर ठगों को बड़ा झटका लगा है। उम्मीद है कि इस कार्रवाई से लोगों में जागरूकता बढ़ेगी और साइबर ठगी के मामलों में कमी आएगी।