छठ पूजा पर महत्ता की बात: मो० एजाज अली मुन्ना का संदेश।
मो० एजाज अली मुन्ना |
एजाज अली मुन्ना ने छठ पर्व के संदर्भ में कहा कि यह पर्व विशेष तौर पर सूर्य भगवान और छठी मइया की उपासना का पर्व है। इसमें महिलाएं और पुरुष दोनों ही बिना कुछ खाए-पीए, कठिन तपस्या करते हैं और भगवान से अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति की प्रार्थना करते हैं। चार दिन तक चलने वाले इस पर्व में भक्तजन पूरी श्रद्धा और निष्ठा से व्रत रखते हैं, स्नान कर सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं, और अंत में उदयमान सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत का समापन करते हैं।
मुन्ना ने छठ पर्व की शुरुआत और इसके महत्व पर भी विस्तार से बात की। उन्होंने बताया कि दुर्गा पूजा और दीपावली के सातवें दिन से छठ पर्व मनाने की तैयारी शुरू होती है। इस पर्व में लोग अपनी आत्मा की शुद्धि, मनोकामनाओं की पूर्ति और परिवार की खुशहाली के लिए छठी मइया से आशीर्वाद मांगते हैं। छठ पर्व के अवसर पर गंगा घाटों और अन्य पवित्र नदियों के किनारे भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है, जहाँ वे साफ-सफाई और पवित्रता का विशेष ध्यान रखते हुए, सूर्य भगवान को नमन करते हैं।
एजाज अली मुन्ना ने छठ पर्व को समाज में स्वच्छता, पर्यावरण प्रेम और समर्पण का प्रतीक बताते हुए कहा कि इस पर्व के माध्यम से लोग न केवल धार्मिक आस्था व्यक्त करते हैं, बल्कि जल, प्रकृति और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी का भी निर्वहन करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि छठ पर्व में मां दुर्गा, मां लक्ष्मी और छठी मइया का आशीर्वाद माना जाता है, जो व्रतधारियों की मनोकामनाओं को पूरा करती हैं।
मुन्ना का मानना है कि यह पर्व धार्मिक आस्था के साथ-साथ समाज में एकता और सांस्कृतिक पहचान का भी प्रतीक है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे इस पर्व को पूरी श्रद्धा और साफ-सफाई के साथ मनाएं ताकि समाज में शांति, खुशहाली और भाईचारे का संदेश फैल
सके।