होली से पहले बिहार में शराब तस्करी का बड़ा खुलासा, रजौली चेकपोस्ट पर भारी मात्रा में शराब बरामद
नवादा: बिहार में शराबबंदी के बावजूद होली के मद्देनजर अवैध शराब की तस्करी जोरों पर है। इसी कड़ी में नवादा जिले के रजौली स्थित उत्पाद विभाग की जांच चौकी पर एक बार फिर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। रविवार सुबह उत्पाद विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में झारखंड से बिहार आ रही एक यात्री बस से भारी मात्रा में विदेशी शराब और बियर बरामद की गई।
कैसे हुआ खुलासा?
राज्य में मद्य निषेध को सख्ती से लागू करने के लिए उत्पाद विभाग तीन शिफ्टों में झारखंड से आने वाले वाहनों की कड़ी जांच कर रहा है। इसी क्रम में रविवार को जांच चौकी पर एक यात्री बस को रोककर जब तलाशी ली गई, तो पुलिस टीम को भारी मात्रा में शराब और बियर बरामद हुई।
कितनी मात्रा में बरामद हुई शराब?
उत्पाद अधीक्षक अरुण कुमार मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि बस से 237.24 लीटर विदेशी शराब और 174 लीटर बियर बरामद की गई है। इसके अलावा पुलिस ने बस के चालक और कंडक्टर को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार लोगों की पहचान गुड्डू यादव (निवासी: दीपनगर, नालंदा) और राहुल शर्मा (निवासी: वारसलीगंज, नवादा) के रूप में हुई है।
होली से पहले शराब तस्करी क्यों बढ़ी?
बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है, लेकिन त्योहारी सीजन में शराब की मांग बढ़ जाती है। होली जैसे बड़े पर्व के दौरान अवैध शराब की तस्करी और खपत का ग्राफ तेजी से बढ़ता है। शराब माफिया झारखंड, पश्चिम बंगाल और अन्य पड़ोसी राज्यों से बड़ी मात्रा में शराब बिहार लाने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाते हैं।
बिहार पुलिस और उत्पाद विभाग की मुस्तैदी
शराब तस्करी पर लगाम लगाने के लिए बिहार पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम सीमावर्ती जिलों में सघन जांच अभियान चला रही है। कई चेकपोस्ट बनाए गए हैं, जहां वाहनों की कड़ी तलाशी ली जा रही है।
उत्पाद अधीक्षक मिश्रा ने बताया कि गिरफ्तार चालक और कंडक्टर से पूछताछ की जा रही है, ताकि इस गिरोह के अन्य सदस्यों और मुख्य सप्लायर का पता लगाया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार के निर्देशानुसार राज्य में शराबबंदी को सख्ती से लागू किया जाएगा और अवैध शराब के कारोबार को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पिछले दिनों भी हुई थी बड़ी कार्रवाई
यह पहली बार नहीं है जब बिहार में शराब की इतनी बड़ी खेप पकड़ी गई हो। इससे पहले भी बिहार-झारखंड सीमा पर कई बार भारी मात्रा में शराब बरामद की जा चुकी है। बिहार पुलिस और उत्पाद विभाग लगातार ऐसे मामलों पर नजर बनाए हुए हैं और कार्रवाई कर रहा है।
अवैध शराब माफियाओं पर सख्ती की जरूरत
विशेषज्ञों की मानें तो बिहार में शराबबंदी को सफल बनाने के लिए केवल चेकपोस्ट पर जांच ही नहीं, बल्कि पूरे सप्लाई चेन को तोड़ने की जरूरत है। शराब माफियाओं पर सख्त कार्रवाई करने, तस्करी के नए तरीकों पर नजर रखने और जागरूकता अभियान चलाने से इस समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है
(रिपोर्ट: SBIHARNEWS12)