नवादा नारदीगंज पड़रिया कांड: चार आरोपी गिरफ्तार, लूटा गया फोन और पैसा बरामद
नवादा: बिहार के नवादा जिले के नारदीगंज थाना क्षेत्र में घटित चर्चित पड़रिया कांड में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी थी, जिसके बाद पुलिस पर तेजी से कार्रवाई करने का दबाव बढ़ गया था। पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है और मामले में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।सांकेतिक तस्वीर
गिरफ्तार आरोपी और बरामद सामान
नारदीगंज थानाध्यक्ष प्रभा कुमारी ने बताया कि कांड संख्या 75/25 के तहत दर्ज प्राथमिकी में नामजद अभियुक्तों में से दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है:
1. सुशील कुमार उर्फ सुशील यादव (पिता: सुनील यादव), निवासी - पड़रिया
2. सत्यम सिंह उर्फ साकेत कुमार (पिता: अरविंद सिंह), निवासी - आषाढ़ी
इसके अलावा, इस कांड में संलिप्त दो विधि विरुद्ध बालकों (नाबालिग) को भी निरुद्ध किया गया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से पीड़ित परिवार से लूटा गया मोबाइल फोन और नकदी बरामद कर ली है।
पुलिस की ताबड़तोड़ छापेमारी जारी
घटना के बाद से ही पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है ताकि अन्य फरार आरोपियों का भी जल्द से जल्द पता लगाया जा सके। पुलिस ने बताया कि अपराध में संलिप्त अन्य लोगों की धरपकड़ के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
क्या है पूरा मामला?
नारदीगंज थाना क्षेत्र के पड़रिया गांव में यह घटना घटी थी, जिसने इलाके में दहशत का माहौल पैदा कर दिया था। घटना के बाद से ही पीड़ित परिवार न्याय की गुहार लगा रहा था। पुलिस पर भी मामले की निष्पक्ष जांच और त्वरित कार्रवाई का दबाव था, जिसके चलते उन्होंने तेजी से जांच आगे बढ़ाई।
स्थानीय लोगों में आक्रोश, पुलिस की सख्ती जारी
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश था। पुलिस प्रशासन लगातार इस मामले में सख्ती दिखा रहा है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके। पुलिस ने जनता से भी अपील की है कि अगर किसी को इस मामले से जुड़ी कोई भी जानकारी मिले तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें।
नवादा के पड़रिया कांड में चार आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को बड़ी सफलता मिली है, लेकिन इस केस के सभी आरोपी अभी तक पकड़े नहीं गए हैं। पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है और जल्द ही अन्य फरार आरोपियों की गिरफ्तारी भी संभव है। इस घटना ने एक बार फिर नवादा जिले में अपराध की स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं, लेकिन प्रशासन का दावा है कि अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।