नवादा में लापता किशोर की संदिग्ध हालात में मौत, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका — दोस्त पर आरोप
नवादा/बिहार: नवादा जिले में पिछले पांच दिनों से लापता एक 16 वर्षीय किशोर की लाश गुरुवार सुबह शहर के अतौआ रोड इलाके में मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। मृतक की पहचान नालंदा जिले के बोकना गांव निवासी गोलू कुमार पांडेय के रूप में हुई है, जो इन दिनों अपनी नानी के साथ नवादा नगर थाना क्षेत्र के शिवनगर मोहल्ले में रह रहा था।गोलू कुमार का फाइल फोटो
गोलू 14 जून से लापता था। परिवार ने उसके लापता होने की सूचना नगर थाना में दी थी, लेकिन पुलिस द्वारा कोई प्रभावी कार्रवाई न होने की बात भी परिजन उठा रहे हैं। पांच दिन बाद उसका शव जिस हालत में मिला, उसने पूरे मामले को हत्या की ओर इशारा कर दिया है।
दोस्ती में धोखा? परिजनों ने लगाया दोस्त पर हत्या का आरोप
परिजनों का आरोप है कि गोलू के ही करीबी दोस्त शुभम कुमार ने उसे चाउमिन खिलाने के बहाने घर से बुलाया था। शुभम और उसका एक अन्य साथी बाइक से उसे कहीं ले गए, जिसके बाद गोलू का कोई अता-पता नहीं चला। परिजन यह भी दावा कर रहे हैं कि शुभम ने खुद को बचाने और पुलिस व परिवार को भ्रमित करने के लिए बार-बार फर्जी कॉल कर गुमराह करने की कोशिश की।
हैरानी की बात यह है कि गोलू का शव मिलने की सूचना भी सबसे पहले शुभम ने ही दी। यह तथ्य परिजनों के शक को और भी गहरा कर देता है। मृतक की नानी का कहना है कि उन्होंने अपने इकलौते नाती को बहुत मेहनत और ममता से पाला था, लेकिन उसी के दोस्त ने पीठ में छुरा घोंप दिया।
शव पर मिले चोट के निशान, पीट-पीटकर हत्या की आशंका
मृतक के शरीर पर कई जगह गंभीर चोट के निशान पाए गए हैं, जिससे साफ संकेत मिलते हैं कि उसकी बेरहमी से पिटाई की गई थी। इससे अंदेशा है कि यह सामान्य मौत नहीं, बल्कि एक सुनियोजित हत्या है।
पुलिस कर रही जांच, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलेगा राज
घटना की जानकारी मिलते ही नगर थाना प्रभारी अविनाश कुमार दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थाना अध्यक्ष ने कहा कि हत्या के सभी पहलुओं की जांच की जा रही है और परिजनों के बयान के आधार पर संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस ने तकनीकी जांच शुरू कर दी है, जिसमें कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR), मोबाइल लोकेशन ट्रैकिंग आदि से साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। शुभम और उसके अन्य साथियों के मोबाइल को भी जांच के घेरे में लिया गया है।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल, न्याय की मांग
गोलू के मामा ने कहा कि परिवार को इस बात की कोई जानकारी नहीं थी कि गोलू की किसी से कोई दुश्मनी थी। वह शांत स्वभाव का लड़का था। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द अपराधियों की गिरफ्तारी हो और पीड़ित परिवार को न्याय मिले।
सवालों के घेरे में पुलिस की भूमिका
इस दर्दनाक घटना ने पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। पांच दिन तक लापता किशोर को तलाशने में पुलिस विफल रही, और शव मिलने तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी। अब देखना है कि जांच एजेंसियां इस गुत्थी को कितनी जल्दी सुलझा पाती हैं और क्या दोषियों को सजा मिलती है।
(रिपोर्ट: S BIHAR NEWS 12)
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