नवादा में सदियों पुराना पेड़ गिरा: मजार की मीनार टूटी, बाइकों को नुकसान, सौभाग्य से कोई हताहत नहीं
नवादा, बिहार — शहर के संकट मोचन मंदिर के समीप स्थित ऐतिहासिक जलाल बुखारी मजार पर गुरुवार को एक बड़ा हादसा टल गया। एक सदी पुराना विशाल पेड़ अचानक मजार की ओर गिर पड़ा, जिससे मजार की एक मीनार और दीवार का बड़ा हिस्सा ध्वस्त हो गया। घटना के वक्त सौभाग्यवश कोई व्यक्ति पास में मौजूद नहीं था, जिससे बड़ी जनहानि टल गई।
🌳 हादसे का विवरण:
यह पेड़ कई वर्षों से मजार परिसर में मौजूद था। प्रत्यक्षदर्शियों और मजार के खादिमों के अनुसार, पेड़ की उम्र 100 वर्ष से अधिक मानी जा रही है। बुधवार को मजार पर सैकड़ों लोग इबादत के लिए पहुंचे थे, यदि यह हादसा एक दिन पहले हुआ होता, तो स्थिति भयावह हो सकती थी।
🛑 मीनार और दीवार को भारी क्षति:
पेड़ के गिरते ही मजार की खूबसूरत मीनार और बगल की दीवार क्षतिग्रस्त हो गई। साथ ही, परिसर के बाहर खड़ी कई मोटरसाइकिलें भी चपेट में आ गईं और बुरी तरह टूट गईं। हालांकि घटना में किसी इंसान के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन संपत्ति का अच्छा-खासा नुकसान हुआ है।
🌬️ तेज हवा और बारिश बनी कारण:
स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना के समय तेज हवा चल रही थी और बारिश भी हो रही थी। मौसम की इस मार ने कमजोर हो चुके पेड़ को गिरा दिया।
🚓 प्रशासन की त्वरित कार्रवाई:
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन, नगर निगम और पुलिस टीम मौके पर पहुंची। तुरंत पेड़ को हटाने की प्रक्रिया शुरू की गई और कुछ ही घंटों में सड़क से मलबा हटाकर यातायात सुचारू कर दिया गया।
🗣️ लोगों की प्रतिक्रियाएं:
मजार से जुड़े खादिम ने कहा,
> "ये एक बहुत ही पुराना पेड़ था। शायद 100 साल से भी ज्यादा पुराना। अगर ये कल गिरता, जब सैकड़ों लोग मजार पर थे, तो बड़ा हादसा हो सकता था। अल्लाह का शुक्र है कि किसी को चोट नहीं आई।"