रक्षाबंधन स्पेशल: S BIHAR NEWS 12 के डायरेक्टर का देशवासियों के लिए प्रेरणादायक संदेश
🌸 भाई-बहन के अटूट रिश्ते का पर्व – रक्षाबंधन
रक्षाबंधन, जिसे राखी का त्यौहार भी कहा जाता है, भारत के प्रमुख पारंपरिक पर्वों में से एक है। यह त्योहार सदियों से भाई-बहन के बीच प्रेम, स्नेह, विश्वास और सुरक्षा के प्रतीक के रूप में मनाया जाता रहा है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनके दीर्घायु, सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना करती हैं, और भाई जीवनभर अपनी बहन की रक्षा का वचन देते हैं।
🎤 राकेश कुमार का संदेश
S BIHAR NEWS 12 के चिफ एडिटर एवं डायरेक्टर राकेश कुमार ने इस अवसर पर पूरे देशवासियों को रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। अपने संदेश में उन्होंने कहा –
"रक्षाबंधन केवल एक त्यौहार नहीं, बल्कि यह भाई-बहन के बीच आपसी भरोसे और प्रेम का प्रतीक है। यह धागा एक भावनात्मक बंधन है, जो हर सुख-दुख में साथ निभाने की प्रेरणा देता है। मेरा मानना है कि यह पर्व हमें न केवल अपने रिश्तों को मजबूत करने का अवसर देता है, बल्कि पूरे समाज में भाईचारे और एकता का संदेश भी फैलाता है।"
राकेश कुमार ने यह भी कहा कि आज के समय में रक्षाबंधन का महत्व और बढ़ गया है क्योंकि सामाजिक रिश्तों में दूरियां बढ़ रही हैं। ऐसे में यह पर्व हमें यह याद दिलाता है कि हमें एक-दूसरे के साथ खड़े रहना चाहिए, चाहे परिस्थिति कैसी भी हो।
🛍️ बाज़ारों में रौनक और त्यौहार की उमंग
रक्षाबंधन से पहले ही बाजारों में चहल-पहल शुरू हो गई थी। राखियों की दुकानों पर रंग-बिरंगी, डिजाइनर और पारंपरिक राखियों की भरमार रही। बच्चों के लिए कार्टून कैरेक्टर वाली राखियां और युवाओं के लिए ट्रेंडी राखियां विशेष रूप से आकर्षण का केंद्र बनीं।
मिठाई की दुकानों पर भी खास तैयारी देखी गई। काजू कतली, रसगुल्ला, सोहन पापड़ी और गुलाब जामुन की बिक्री जोरों पर रही। कई परिवारों ने घर पर ही मिठाइयां और पकवान तैयार किए।
👫 भाई-बहन का उत्साह
सुबह-सुबह बहनें पूजा की थाली में राखी, रोली, चावल और मिठाई सजाकर तैयार हुईं। भाइयों ने बहनों से राखी बंधवाकर उन्हें उपहार और आशीर्वाद दिया। कई जगह भाई-बहन वीडियो कॉल और ऑनलाइन माध्यम से भी इस पर्व को मना रहे हैं, खासकर वे जो नौकरी या पढ़ाई के कारण दूर हैं।
🌏 समाज में रक्षाबंधन का संदेश
राकेश कुमार ने अपने संदेश में कहा –
"यह पर्व हमें सिखाता है कि रक्षा केवल खून के रिश्तों की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि समाज में हर महिला की सुरक्षा और सम्मान हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।"
उन्होंने सुझाव दिया कि इस अवसर पर हम जरूरतमंद बहनों, विधवा महिलाओं और अनाथ बच्चों के साथ भी रक्षाबंधन मनाएं, ताकि इस पर्व का असली संदेश समाज में फैले।
📜 ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व
इतिहास में रक्षाबंधन के कई प्रसंग मिलते हैं —
राजा बलि और भगवान विष्णु की कथा
कृष्ण और द्रौपदी का बंधन
रानी कर्णावती और हुमायूँ की कहानी
इन सभी कथाओं में एक ही संदेश है — सुरक्षा, प्रेम और भाईचारा।
📰 S BIHAR NEWS 12 की पहल
S BIHAR NEWS 12 इस रक्षाबंधन पर एक "भाई-बहन सम्मान अभियान" शुरू कर रहा है, जिसके तहत लोगों को अपने आस-पास के जरूरतमंद परिवारों के साथ रक्षाबंधन मनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। राकेश कुमार ने बताया कि आने वाले हफ्तों में इस अभियान को सोशल मीडिया और जमीनी स्तर पर चलाया जाएगा।
अंत में, राकेश कुमार ने सभी देशवासियों को एक बार फिर रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं दीं और कहा कि "राखी का यह धागा सिर्फ हाथों में नहीं, दिलों में बंधना चाहिए।"