21 वर्षीय क्रांति देवी ने एक साथ तीन बच्चों को दिया जन्म, परिवार में जश्न का माहौल
नवादा जिले से एक अनोखा और बेहद हर्षित करने वाला मामला सामने आया है। अकबरपुर प्रखंड के कुलना पंचायत के नाद गांव की 21 वर्षीय क्रांति देवी ने नवादा सदर अस्पताल में सामान्य प्रसव के जरिए एक साथ तीन नवजात बालक शिशुओं को जन्म दिया है।
तीनों बच्चे पूरी तरह स्वस्थ और सकुशल हैं। प्रसव के बाद से ही परिवार, अस्पताल कर्मियों और स्थानीय ग्रामीणों में खुशी और उत्साह का माहौल बना हुआ है।
कैसे हुआ प्रसव
मंगलवार की देर रात प्रसव पीड़ा शुरू होने पर परिजनों ने क्रांति देवी को नवादा सदर अस्पताल पहुंचाया। ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर डॉ. ज्योति कुमारी ने तुरंत जांच कर स्थिति का आकलन किया।
करीब रात ढाई बजे के आसपास एक-एक कर तीनों नवजात शिशुओं का सामान्य प्रसव सफलतापूर्वक कराया गया। डॉक्टरों और नर्सों की टीम ने इस दौरान अद्भुत संयम और कौशल का परिचय दिया।
प्रसूता के गर्भ में तीन बच्चे पल रहे थे, यह बात पहले से अल्ट्रासोनोग्राफी रिपोर्ट में पता चल चुकी थी। इसके बावजूद परिवार को चिंता थी कि प्रसव के समय कोई जटिलता न उत्पन्न हो, लेकिन डॉक्टरों की सतर्कता और टीमवर्क के कारण यह एक सफल और सुरक्षित डिलीवरी साबित हुई।
चिकित्सकों की टीम ने निभाई अहम भूमिका
प्रसूता का प्रसव कराने वाली मुख्य चिकित्सक डॉ. ज्योति कुमारी के साथ-साथ नर्स रिंकू कुमारी और ललिता कुमारी ने भी अहम भूमिका निभाई। उन्होंने तीनों बच्चों को क्रमवार सुरक्षित जन्म दिलाने में विशेष ध्यान रखा।
तीनों बच्चों का वजन क्रमशः
पहला बच्चा — 2 किलोग्राम,
दूसरा बच्चा — 1.6 किलोग्राम,
तीसरा बच्चा — 1.5 किलोग्राम बताया गया है।
डॉक्टरों के अनुसार तीनों बालक पूरी तरह स्वस्थ हैं, हालांकि जन्म के कुछ घंटों तक उन्हें नवजात वार्ड में विशेष निगरानी में रखा गया था।
अस्पताल प्रबंधन की प्रतिक्रिया
सदर अस्पताल के प्रबंधक कुमार आदित्य ने बताया कि प्रसूता को देर रात अस्पताल लाया गया था, लेकिन डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की तत्परता के कारण तीनों बच्चों का सामान्य प्रसव सफलतापूर्वक संभव हुआ।
उन्होंने बताया कि “यह मामला वाकई खास था क्योंकि सामान्य तौर पर 10 हजार प्रसवों में एक बार ही ट्रिपलेट्स (तीन बच्चों का एक साथ जन्म) देखने को मिलता है। डॉक्टरों और स्टाफ की मेहनत से जच्चा-बच्चा दोनों पूरी तरह स्वस्थ हैं।”
बुधवार शाम तक क्रांति देवी और तीनों बच्चों की हालत स्थिर रहने पर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
परिवार में खुशी का माहौल
तीनों बच्चों के जन्म की खबर मिलते ही परिवार और गांव में खुशी की लहर दौड़ गई। परिजन मिठाइयां बांटकर जश्न मना रहे हैं।
प्रसूता के पति और परिजनों ने अस्पताल प्रशासन और डॉक्टरों का आभार जताते हुए कहा कि,
“हमने तो एक बच्चे की उम्मीद की थी, लेकिन भगवान ने हमें तीनों का वरदान दिया है। यह हमारे परिवार के लिए किसी त्योहार से कम नहीं।”
चिकित्सकीय दृष्टि से दुर्लभ मामला
विशेषज्ञों के अनुसार, एक साथ तीन बच्चों का सामान्य प्रसव बेहद दुर्लभ और चिकित्सकीय रूप से चुनौतीपूर्ण माना जाता है। आमतौर पर ऐसे मामलों में ऑपरेशन (सी-सेक्शन) की जरूरत पड़ती है, लेकिन क्रांति देवी का सामान्य प्रसव होना डॉक्टरों की दक्षता और टीमवर्क का प्रमाण है।
डॉ. ज्योति कुमारी ने बताया कि “यह मामला चिकित्सा दृष्टि से विशेष था, क्योंकि गर्भ में तीन शिशु होने से जटिलताएं बढ़ जाती हैं। फिर भी मां और बच्चे दोनों स्वस्थ रहना हमारे लिए गर्व की बात है।”
नवादा के लिए गर्व का क्षण
नवादा सदर अस्पताल में इस तरह की सफलता स्थानीय स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भी गौरव का विषय है। अक्सर ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को जटिल प्रसव के लिए बड़े शहरों के अस्पतालों में जाना पड़ता है, लेकिन यहां की चिकित्सा व्यवस्था और चिकित्सकों के समर्पण ने यह सिद्ध कर दिया कि अब नवादा जिला अस्पताल भी जटिल प्रसवों में सक्षम है।
विवरण जानकारी
प्रसूता का नाम क्रांति देवी
आयु 21 वर्ष
गांव नाद, कुलना पंचायत, अकबरपुर प्रखंड, नवादा
अस्पताल नवादा सदर अस्पताल
डॉक्टर डॉ. ज्योति कुमारी
नर्सें रिंकू कुमारी, ललिता कुमारी
बच्चों का वजन 2kg, 1.6kg, 1.5kg
बच्चों की संख्या तीन (सभी बालक)
स्वास्थ्य स्थिति पूरी तरह स्वस्थ
छुट्टी की तिथि बुधवार शाम
तीन नवजात बालकों के सुरक्षित जन्म ने पूरे जिले को खुशी और गर्व से भर दिया है। यह घटना न केवल परिवार के लिए बल्कि नवादा की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भी एक प्रेरणादायक उदाहरण है।
लोग सोशल मीडिया पर भी इस खबर को खूब साझा कर रहे हैं और डॉक्टरों की टीम को बधाई दे रहे हैं।
✍️ रिपोर्ट:
राकेश कुमार, चीफ एडिटर — SBIHARNEWS12
📍नवादा, बिहार
29 अक्टूबर 2025

