नवादा सदर अस्पताल में जीविका ने संभाली सफाई की कमान, प्रशासन की विशेष पहल
नवादा जिले के सदर अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और स्वच्छता व्यवस्था ने हाल ही में एक नई दिशा और गति प्राप्त की है। गगन जीविका महिला विकास स्वावलंबी सहकारी समिति लिमिटेड की 33 जीविका दीदियों द्वारा अस्पताल परिसर की सफाई कार्यभार को संभालने की शुरुआत से अस्पताल की स्वच्छता व्यवस्था में उल्लेखनीय सुधार देखने को मिला है। जिला पदाधिकारी श्री रवि प्रकाश के नियमित औचक निरीक्षण के बाद लिए गए कड़े और निर्णायक कदमों ने अस्पताल में साफ-सफाई और स्वास्थ्य सुरक्षा के महत्व को नई प्राथमिकता दी है।
जिला प्रशासन के निर्देश और औचक निरीक्षण
दिनांक 19 नवंबर 2025 को जिला पदाधिकारी श्री रवि प्रकाश द्वारा सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया गया, जिसमें उन्होंने अस्पताल परिसर में व्यापक स्तर पर जलजमाव, कचरे के असंतुलित प्रबंधन, बायो-मेडिकल वेस्ट की लापरवाही से समस्या उत्पन्न होने, वार्डों और शौचालयों की खराब सफाई व्यवस्था को गंभीर मामला बताया।
जिला पदाधिकारी ने यह व्यवस्था देख कर मरीजों और उनके अभिभावकों की सुविधा तथा स्वास्थ्य सुरक्षा को देखते हुए तत्परता से समस्या को सुधारने के लिए तत्काल प्रभाव से सख्त निर्देश जारी किए। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को साफ-सफाई के लिए कड़े कदम उठाने का आदेश दिया और साथ ही स्वच्छ वातावरण को सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी योजना बनाने को भी कहा।
जीविका दीदियों की भूमिका और जिम्मेदारी
जिला प्रशासन के निर्देश पर गगन जीविका महिला विकास स्वावलंबी सहकारी समिति लिमिटेड की टीम ने सदर अस्पताल की सफाई व्यवस्था संभाली। यह कदम महत्वपूर्ण इसलिए भी है क्योंकि स्वस्थ्य संस्थान में स्वच्छता और रोग-प्रबंधन के लिए विशेष सावधानी आवश्यक होती है।
कुल 33 जीविका दीदियाँ मिलकर तीन शिफ्टों में सुबह, दोपहर और शाम को कार्य करती हैं, जिससे अस्पताल परिसर, फैब्रिकेटेड वार्ड, इमरजेंसी सेक्शन और शौचालयों की सफाई नियमित और निरंतर होती रहे। बायो-मेडिकल वेस्ट के प्रबंधन को लेकर भी जीविका टीम को कड़े निर्देश दिए गए हैं ताकि अस्पताल से निकलने वाले औषधीय और संक्रमणकारी कचरे का निपटान विधिवत और सुरक्षित तरीके से हो सके।
यह पहल यह सुनिश्चित करती है कि अस्पताल में न सिर्फ साफ़-सफाई बनाए रखी जाए, बल्कि संक्रमण के खतरे को भी न्यूनतम किया जाए। जीविका दीदियों द्वारा नियमित रूप से पानी जमा होने के स्थलों की सफाई कराना, गंदगी के स्थानों को तुरंत साफ़-करना और वार्डों के कोनों और शौचालयों की नियमित देख-रेख इस सुधार प्रक्रिया के महत्वपूर्ण अंग हैं।
स्वच्छता सुधार के परिणाम
जीविका टीम के हस्तक्षेप के साथ ही अस्पताल में जल्दी ही साफ-सफाई का स्तर बढ़ा है। वार्डों में छितरे हुए कूड़े-कचरे और बायो-मेडिकल वेस्ट की अनदेखी में कमी आई है। जलजमाव हटाने और स्थानीय निकाय के सहयोग से नियमित सफाई अभियान को प्रभावी बनाया जा रहा है ताकि किसी भी प्रकार की संक्रमण फैलने की आशंका को रोका जा सके।
इस प्रक्रिया में सभी अस्पताल कर्मचारी एवं प्रबंधन भी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं, जिससे साफ-सफाई कार्य में संगठित प्रयास दिखते हैं। मरीजों और परिजनों से मिली प्रतिक्रियाएँ भी सकारात्मक हैं, जो कहते हैं कि पिछले दिनों की तुलना में अस्पताल परिसर पहले से अधिक साफ और सुरक्षित नजर आता है।
प्रशासन की रणनीति और आगे की योजना
जिला पदाधिकारी श्री रवि प्रकाश ने इस पहल पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना प्रशासन की प्राथमिकता है। स्वच्छता और रोग नियंत्रण के बेहतर उपाय ही इलाज की गुणवत्ता में सुधार लाते हैं। उन्होंने कहा कि जीविका दीदियों के इस योगदान को आगे बढ़ाते हुए ऐसे ही निरंतर निरीक्षण और सुधार कार्य जारी रहेंगे।जिला प्रशासन ने अस्पताल परिसर में 24x7 निगरानी व्यवस्था बनाने की योजना भी बनाई है ताकि सफाई व्यवस्था में निरंतरता बनी रहे। इसके अलावा स्थानीय स्वच्छता अभियानों से भी अस्पताल के आसपास के इलाकों में साफ-सफाई का संदेश फैलाया जाएगा।
जीविका समूह का सामाजिक योगदान
गगन जीविका महिला विकास स्वावलंबी सहकारी समिति लिमिटेड का यह कदम जिले में महिला सशक्तिकरण और स्वस्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में सामाजिक जिम्मेदारी का उदाहरण है। कई महिलाओं को नियमित रोजगार और सामाजिक सम्मान के अवसर मिल रहे हैं, साथ ही वे स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं।
जीविका द्वारा इस तरह के सामुदायिक संवेदनशील कार्य से महिलाओं के आत्मसम्मान और आर्थिक स्वतंत्रता दोनों को मजबूती मिल रही है, जो स्थानीय स्तर पर विकास और सकारात्मक बदलाव का रास्ता खोलता है।

